राबर्ट वाड्रा बोले- इंदौर में आते ही मुझे बहुत प्यार मिला, इतनी फूल मालाएं गले में डाली गई कि शक्ल भी ढक गई, ओंकारेश्वर में भक्ति में डूबे

Monday, Nov 17, 2025-07:32 PM (IST)

ओंकारेश्वर (मुश्ताक मंसूरी): तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में आज उस समय हलचल बढ़ गई जब कांग्रेस नेता और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा अचानक नर्मदा तट पहुंचे। ज्योतिर्लिंग और ममलेश्वर क्षेत्र के दर्शन के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बिहार चुनाव, ममलेश्वर लोक निर्माण विवाद, और धर्म के साथ ही राजनीति के संबंध पर महत्वपूर्ण बयान दिए।

धर्म में राजनीति नहीं होनी चाहिए-वाड्रा

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रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि भारत की आध्यात्मिक धरोहर मंदिरों और तीर्थों की है, और इन्हें विवादों का केंद्र बनाना उचित नहीं है। उन्होंने साफ कहा- मंदिर अपनी जगह रहने चाहिए। लोगों की जान और घर मंदिरों की छाया में सुरक्षित रहना चाहिए। धर्म में राजनीति नहीं होनी चाहिए।

ममलेश्वर लोक निर्माण विवाद पर जताई सहानुभूति..

ओंकारेश्वर में चल रहे ममलेश्वर लोक निर्माण को लेकर आम जनता, संत समाज और स्थानीय नागरिकों के विरोध को लेकर उन्होंने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यहां जनता की समस्या वास्तविक है। विकास हो, लेकिन लोगों के घर-आश्रय उजड़ने की कीमत पर नहीं। सरकार को समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भक्ति और विरासत से भरे क्षेत्रों में लोगों की भावनाएं बेहद संवेदनशील होती हैं, इसलिए योजनाओं में बदलाव आवश्यक हो तो जनता की बात सुनी जाना चाहिए।

ओंकारेश्वर-ममलेश्वर विवाद पर  रॉबर्ट वाड्रा का बयान क्षेत्रीय राजनीति और जनभावना को सीधे प्रभावित कर सकता है। जहां ममलेश्वर लोक निर्माण का स्थान परिवर्तन हो सकता है वहीं वाड्रा का समर्थन स्थानीय आंदोलन को नई दिशा दे सकता है।

ओंकारेश्वर पहुंचने पर वाड्रा का गर्मजोशी से स्वागत हुआ

नर्मदा किनारे पहुंचे वाड्रा का स्थानीय नागरिकों और संतजनों ने भव्य स्वागत किया। नागरिकों ने ममलेश्वर लोक निर्माण के स्थान परिवर्तन की मांग भी उनके सामने रखी। वाड्रा ने कहा कि जनता की आवाज़ हर सरकार तक पहुंचनी चाहिए। आपकी पीड़ा समझी जानी चाहिए।

वाड्रा ने कहा- कांग्रेस गरीबों के साथ

वाड्रा ने कहा कि देश में बढ़ती आर्थिक समस्याओं, बेरोजगारी और ग्रामीण कठिनाइयों को लेकर कांग्रेस की नीति स्पष्ट है। कांग्रेस हमेशा से गरीबों के साथ है। जनता की आवाज़ ही लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है।”

 


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Desh sharma

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