चप्पल ने सुलझा दी गुत्थी, लूट और हत्या के बाद बेफिक्र घूम रहे आरोपियों तक पहुंच गई पुलिस

Monday, Aug 18, 2025-09:06 PM (IST)

इंदौर (सचिन बहरानी) : कहते हैं अपराधी कितना भी शातिर हो लेकिन एक छोटी सी गलती भारी पड़ जाती है और पकड़ा जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ मध्य प्रदेश के इंदौर में। जहां चंदन नगर थाना क्षेत्र के नावड़ा पंथ में 9 और 10 अगस्त की दरमियानी रात हुए एक मर्डर से सनसनी फैल गई। आरोपियों तक पहुंचना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी। ऐसे में घटनास्थल पर मिली चप्पल पुलिस के लिए सबसे बड़ी सुराग बनी और आज आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं।

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डीसीपी जोन-4 ऋषिकेश मीना ने बताया कि नौ-दस अगस्त की रात अर्जुन यादव का शव नावड़ा पंथ इलाके में मिला था। उसके शरीर पर 18 से 20 बार चाकू से वार किए गए थे। घटनास्थल पर लाश और एक चप्पल के अलावा कुछ भी नहीं था। मामले में पुलिस ने टीम बनाई। सात सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। चौथे दिन एक सीसीटीवी के जरिए पुलिस को कामयाबी मिली। जिसमें एक बाइक पर तीन व्यक्ति हैं, लेकिन एक व्यक्ति के पैर में चप्पल नहीं है। पुलिस को समझते देर न लगी कि हो न हो ये वहीं हत्यारें है जिनकी उन्हें तलाश है। आखिरकार घटनास्थल पर मिली चप्पल के जरिए पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।

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पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपियों ने शहर से बाहर घूमने के लिए पैसे जुटाने की योजना बनाई थी। इसी के तहत उन्होंने अर्जुन को लूटने का प्रयास किया। वारदात के दौरान पहले सागिर नामक आरोपी ने चाकू मारा, हाथापाई में मृतक ने आरोपियों का चेहरा देख लिया। पहचान उजागर होने के डर से तीनों आरोपियों साहिर, आवेश उर्फ गुड्डा और अमीर ने मिलकर अर्जुन पर लगातार वार किए और उसकी हत्या कर दी। पकड़े जाने के डर से वे वहां से भाग खड़े हुए लेकिन एक आरोपी की पूमा कंपनी की चप्पल वहीं घटनास्थल पर ही रह गई। और यही चप्पल आरोपियों तक पहुंचने का सबसे बड़ा सुराग बनी।


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meena

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