एक SP का ट्रांसफर रोकने सड़क पर उतरा था पूरा शहर, हवाला कांड में आया था BJP MLA संजय पाठक का नाम
Friday, Oct 24, 2025-08:29 PM (IST)
कटनी: जनवरी 2017 में मध्यप्रदेश के कटनी जिले में पदस्थ SP गौरव तिवारी का अचानक ट्रांसफर कर दिया गया। जिसके बाद लोगों में गुस्सा पनपने लगा, वजह थी.. IPS गौरव की ईमानदारी और सरलता। कुछ ही महीने कटनी में रहने वाले गौरव तिवारी की जनता कुछ इस कदर फैन बन चुकी थी कि हर कोई उनके स्टेटस लगाने लगा था, उसने सेल्फी लेने लगा था। लेकिन इसी बीच जब एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा IPS गौरव तिवारी ने किया। इस बड़े हवाला कांड में बीजेपी के कद्दावर नेता और तत्कालीन मंत्री Sanjay Pathak का भी नाम आने लगा। इसी बीच चंद दिनों बाद जब उनका ट्रांसफर हुआ, तो विरोध में कटनी की जनता सड़कों पर उतर आई। उस वक्त गौरव तिवारी की लोकप्रियता कुछ ऐसी थी कि लोग उन्हें असल जिंदगी का सिंघम कहने लगे थे।

IPS गौरव तिवारी ने किया था हवाल कांड का खुलासा
गौरव तिवारी, 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी, कटनी जिले में अपने पद पर रहते हुए प्रशासनिक ईमानदारी और कठोर कानून पालन के लिए जाने जाते थे। वहीं संजय पाठक, मध्य प्रदेश के प्रभावशाली नेता, खनन और उद्योग क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक हैं। IPS अधिकारी Gaurav Tiwari ने कटनी जिले में पदस्थ रहते हुए करीब 500 करोड़ के हवाला नेटवर्क की जांच शुरू की थी। इस जांच में कई बड़े उद्योगपति, व्यापारी और राजनेता फर्जी कंपनियों और बैंक खातों के जरिये काले धन को सफेद करने में शामिल पाए गए। इसी कड़ी में संजय पाठक का नाम भी संदिग्ध लेनदेन से जुड़ा बताया गया। संदिग्ध फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन का खुलासा हुआ। नकली कंपनियों और फर्जी दस्तावेजों का नेटवर्क उजागर हुआ। जिले में कई बड़े भ्रष्टाचार के मामले सामने आए।

राजनीतिक दबाव के चलते हुआ ट्रांसफर?
जांच के गंभीर परिणामों और प्रभावशाली लोगों के नाम आने के बाद, जनवरी 2017 में गौरव तिवारी का अचानक ट्रांसफर छिंदवाड़ा जिले में कर दिया गया। इस कदम को लेकर कटनी में विरोध शुरू हो गया। स्थानीय लोग और पुलिस अधिकारी ट्रांसफर को राजनीतिक दबाव का परिणाम मानते थे। विरोध इतना तेज हुआ कि रेल रोको आंदोलन जैसी घटनाएं भी देखने को मिलीं। सरकारी सूत्रों ने दावा किया कि यह केवल प्रशासनिक निर्णय था। वहीं स्थानीय जनता और मीडिया ने इसे स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई रोकने की कोशिश के रूप में देखा।

SP गौरव तिवारी की जांच में क्या सामने आया...
SP तिवारी की जांच ने कटनी जिले में भ्रष्टाचार के बड़े नेटवर्क को सामने लाया। उन्होंने हवाला रैकेट के सारे पहलुओं की पड़ताल की, जिसमें संदिग्ध खातों और फर्जी कंपनियों का खुलासा। बड़े उद्योगपतियों और नेताओं से जुड़े लेन‑देन की पहचान और स्थानीय प्रशासन और पुलिस कर्मियों के बीच वित्तीय अनियमितताओं की जानकारी। इस दौरान तिवारी ने निष्पक्ष तरीके से जांच जारी रखी, जिससे उनके और राजनीतिक नेताओं के बीच टकराव बढ़ गया।

ट्रांसफर पर हुआ ऐसा विरोध, देश भर में गूंजी आवाज
यह मामला केवल कटनी तक सीमित नहीं रहा। मीडिया और सामाजिक प्लेटफॉर्म पर इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ साहसिक कार्रवाई और राजनीतिक हस्तक्षेप के उदाहरण के रूप में उजागर किया गया। नागरिकों ने अधिकारियों की कार्रवाई की सराहना की, जबकि राजनीतिक दबाव की आलोचना भी की गई।

