MP में 1.31 लाख प्राथमिक शिक्षक पद खाली, सरकार ने निकाली सिर्फ 13 हजार भर्तियां - भड़के बेरोजगार युवा
Friday, Oct 31, 2025-08:00 PM (IST)
गुना। (मिस्बाह नूर): मध्यप्रदेश में बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जबकि राज्य सरकार रोजगार देने के वादे को पूरा करने का महज़ दिखावा करती नज़र आ रही है। ताज़ा मामला प्राथमिक शिक्षक भर्ती से जुड़ा है। राज्य सरकार ने ज़ोर-शोर से 13 हजार प्राथमिक शिक्षकों के पद भरने का ऐलान किया है और भर्ती प्रक्रिया शुरू भी हो गई है। लेकिन इस भर्ती ने ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत को सच कर दिखाया है।
दरअसल, प्रदेश में 1 लाख 31 हजार 152 प्राथमिक शिक्षकों के पद खाली हैं। युवाओं ने रोजगार मांगा तो सरकार ने केवल 13 हजार पदों पर भर्ती निकाल दी। इसमें भी सरकार ने ऐसा “खेल” खेला है कि बेरोजगारों के पैरों तले ज़मीन खिसक गई है।
सरकार ने प्राथमिक शिक्षकों के 13 हजार पदों में से 50 फीसदी पदों पर अतिथि शिक्षकों को प्राथमिकता देने की घोषणा की है। इसके अलावा लगभग 3 हजार पद अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित किए गए हैं। इस प्रकार केवल लगभग 5 हजार पदों पर ही लाखों बेरोजगार युवा आवेदन कर सकेंगे।
सरकार के इस निर्णय से नाराज़ युवाओं ने गुना में शुक्रवार को भर्ती परीक्षा में शामिल होकर विरोध दर्ज कराया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। युवाओं का कहना है कि सिर्फ 10 प्रतिशत पदों को भरना महज़ दिखावा है। उनका तर्क है कि बेहतर होगा सरकार सभी 1.31 लाख पदों पर भर्ती निकाले, इसके बाद आरक्षण प्रक्रिया लागू करे — तब उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
युवाओं का कहना है कि वर्तमान आरक्षण व्यवस्था में ओबीसी और एससी वर्ग को भी पर्याप्त अवसर नहीं मिल पा रहे हैं, जबकि शिक्षा विभाग में अब भी लाखों पद खाली हैं। उन्होंने सरकार से तत्काल निर्णय लेने की मांग की है।
बेरोजगारों का कहना है कि भर्ती का इंतज़ार करते-करते हजारों युवा अब ओवरऐज हो चुके हैं। कोई प्राइवेट नौकरी करने को मजबूर है तो कोई उच्च शिक्षित होने के बावजूद छोटा-मोटा व्यवसाय करने को विवश हो गया है।

