धमधा KCC के नाम पर 19 लाख की कथित ठगी: किसान ने बैंक-दलाल-नेता पर गंभीर आरोप लगाए; पुलिस जांच में जुटी
Tuesday, Nov 11, 2025-06:25 PM (IST)
धमधा (हेमंत पाल) : दुर्ग जिले के धमधा में ग्राम अछोली के कृषक विष्णुमोहन वर्मा ने दावा किया है कि उनके नाम से स्वीकृत 26 लाख रुपए किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) खाते में से लगभग ₹19 लाख बिना जानकारी निकाले जा चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह काम संकेत जैन नामक व्यक्ति ने किया। साथ ही स्थानीय दर्जनभर लोगों के जुड़ने वाले दलाल-तंत्र और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है। यह शिकायत सीधे आईजी कार्यालय तक पहुंची है और पुलिस ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है पर अब भी पीड़ित परिवार न्याय व सुरक्षा की गुहार लगा रहा है।
क्या है घटनाक्रम
विष्णुमोहन का कहना है कि उनके पिता से केवल ₹1,00,000 निकालने की बात कही गई थी, परंतु बैंक में फॉर्म भरवाकर और दस्तावेज दिखाकर संकेत जैन ने बड़े और संगठित तरीके से 19,00,000 की निकासी करवा ली। बाद में जब परिवार ने पूछताछ की, तो प्रार्थी के अनुसार संकेत ने स्वीकार किया “हां, मैंने 19 लाख निकाला है, जब जरूरत होगी तब वापस दे दूंगा।” आरोपी केवल ₹3,00,000 बैंक में वापस जमा कर चुका है और लगभग ₹1–1.5 लाख फोन पे के जरिये ट्रांसफर किए। शेष राशि अनुपस्थित है। प्रार्थी ने यह भी कहा कि उनकी लोन पासबुक आरोपी के पास है और आरोपी अब बार-बार धमकियां दे रहा है।
मामले में नाम आए संकेत जैन का कहना है कि उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे पैसा उधार लेकर लौटाने की स्थिति में थे और लगभग ₹17 लाख उन्होंने वापस कर दिए हैं उनके पास इसके दस्तावेज़ मौजूद हैं। वहीं जिन पर “हस्ताक्षर करवाने” का आरोप है।
पीयूष जैन भाजपा नेता ने कहा कि उनके साथ पूर्व में आर्थिक लेन-देन रहा है और वे जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना पक्ष रखेंगे। प्रार्थी के आवेदन में नामों का पाठानुक्रम और वर्तनी अलग-अलग बार दर्ज है। स्थानीय बयान फर्ज़ी होने के जोखिम के साथ सार्वजनिक हो रहे हैं।
विष्णु मोहन ने प्रशासन से चार स्पष्ट मांगें रखी हैं:
विशेष जांच टीम गठित कर मामले की निष्पक्ष जांच।
SBI धमधा शाखा के संबंधित दिन/समय की CCTV फुटेज तुरंत जब्त कर जांच में शामिल।
आरोपियों के विरुद्ध IPC 420, 406, 120B, 506 इत्यादि के तहत FIR।
प्रार्थी व परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
पुलिस और प्रशासन का रुख
एडिशनल एसपी अभिषेक झा ने आधिकारिक तौर पर बताया है कि प्रार्थी ने थाने में शिकायत न कर के सीधे आईजी कार्यालय में आवेदन दायर किया। जांच-पड़ताल चल रही है और आवश्यक दस्तावेज व बैंक रिकॉर्ड मंगवाए जा रहे हैं। बैंक से CCTV व लेन-देन रिकॉर्ड की मांग भी की जानी चाहिए। क्योंकि बैंकिंग धोखाधड़ी में विज़ुअल रिकॉर्ड निर्णायक साबित होता है।

