ग्वालियर में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बाइक फाइनेंस कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश, ये रहा पूरा मामला
Friday, May 13, 2022-04:15 PM (IST)
ग्वालियर (अंकुर जैन): ग्वालियर क्राइम ब्रांच (gwalior crime branch) और पुलिस (police) ने फर्जी दस्तावेजों (fake document) के आधार पर बाइक फाइनेंस (bike finance group disclose) कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इनके पास से पुलिस ने 40 लाख रुपए कीमत की 17 बाइक बरामद की हैं। एसपी अमित सांघी (sp amit sanghi) का कहना है कि अभी इस मामले की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि इन लोगों के द्वारा पिछले एक साल में 50 से अधिक बाइक फाइनेंस कराई गई है। इसके साथ ही तीन से चार आरोपी और हैं जिन्हें गिरफ्तार किया जाना अभी बाकी है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
दरअसल ग्वालियर क्राइम ब्रांच (gwalior crime branch) को एक निजी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी ने शिकायत की थी कि एक व्यक्ति के द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बाइक फाइनेंस (bike finance) करा ली गई है। जब किश्त नहीं चुकाई तो कंपनी के कर्मचारी उनके घर पर पहुंचे तो पता चला कि दस्तावेज फर्जी थे। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने इस मामले की विवेचना शुरू की। एक-एक करके तार जुड़ते गए। उसके बाद इन आरोपियों से यह बाइक बरामद की हैं।
एजेंसी को करते थे डाउन पेमेंट लेकिन नहीं चुकाते थे लोन की किस्त
इसके साथ ही प्रिंटर, फिंगरप्रिंट और कई सरकारी विभागों की सील और कुछ फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। पकड़े गए आरोपियों में से एक आरोपी एमपी ऑनलाइन का काम करता था। इसीलिए उसे पता था कि कैसे नकली दस्तावेज (fake document) बनाए जाते हैं। जिनके आधार पर आसानी से बाइक फाइनेंस हो सकती हैं। इसके साथ ही यह शातिर किस्म के आरोपी हैं जो शादियों के सीजन या त्योहारों के समय ही बाइक फाइनेंस कराते थे। इस समय एजेंसियों पर काफी भीड़ रहती है और दस्तावेजों की बारीकी से जांच नहीं हो पाती है। यह लोग बकायदा एजेंसी को डाउन पेमेंट भी किया करते थे। लेकिन बाद में लोन की किस्त नहीं चुकाते थे। कुछ दिनों बाइक का उपयोग करके यह ग्रामीण इलाकों में 40 से 50 हजार में यह बाईक बेच दिया करते थे।