पुलिस के हत्थे चढ़े किसान के दुश्मन! सहकारी बैंक कर्मचारी और ट्रांसपोर्ट कंपनी सुपरवाइजर गिरफ्तार! गोदाम से 5 ट्रक खाद भरे बीच रास्ते कर दिए गायब!
Saturday, Sep 13, 2025-08:28 PM (IST)

खंडवा(मुश्ताक मंसूरी): खंडवा में खाद की कालाबाजारी मामले में दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। शिकायत के बाद जिला सहकारी बैंक के कर्मचारी और ट्रांसपोर्टर के एक कर्मचारी के खिलाफ पुलिस ने ये कार्रवाई की है और दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
रेलवे के माल गोदाम से पांच ट्रकों में करीब 3 हजार बोरी यूरिया खाद उठाया था
यूरिया खाद की कालाबाजारी के आरोप में दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसमें एक जिला सहकारी बैंक का कर्मचारी है और दूसरा ट्रांसपोर्टर का सुपरवाइजर है। इन दोनों पर आरोप है कि इन लोगों ने मिलीभगत से रेलवे के माल गोदाम से पांच ट्रकों में लगभग 3000 बोरी यूरिया खाद ग्रामीण सोसाइटी में पहुंचाने के लिए उठाया लेकिन रास्ते से ही गायब कर दिया। इन लोगों ने ग्रामीण सोसाइटी की फर्जी सील और हस्ताक्षर करके फर्जी प्राप्ति रसीद भी बना ली। जब ग्रामीण सोसाइटी में खाद नहीं पहुंचा और किसानों ने हल्ला मचाया तब जाकर मामला उजागर हुआ। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है।
ग्रामीण सोसाइटी का 3 हजार बोरी खाद कर दिया था गायब
मामला करीब ढाई महीने पुराना है। 30 जून को खंडवा के रेलवे माल गोदाम से यूरिया खाद भरकर 5 ट्रक रवाना हुए। लगभग 3 हजार बोरी यूरिया खाद था, जिन्हें खंडवा जिले की ग्रामीण सोसाइटी में पहुंचना था। रेलवे माल गोदाम से खाद तो निकला लेकिन यह सोसाइटी में नहीं पहुंचा। इसमें जिला सहकारी बैंक के एक कर्मचारी जीवन वर्मा और ट्रांसपोर्ट कंपनी के सुपरवाइजर राजेश मंडलोई ने आपस में सांठगाठ करके पूरा खाद गायब कर दिया। जब ग्रामीण क्षेत्रों में खाद नहीं पहुंचा और किसानों ने शिकायत दर्ज की तब मामला उजागर हुआ। पंधाना की भाजपा विधायक छाया मोरे ने भी खाद नहीं पहुंचने पर घोटाले की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। किसान नेताओं ने भी कहा कि किसानों के हक का खाद कालाबाजारी करके खुले मार्केट में बेचने वाले पूरे नेटवर्क के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए।
जिला सहकारी बैंक का कर्मचारी और ट्रांसपोर्ट कंपनी का सुपरवाइजर गिरफ्तार
वही जब मामला उजागर हुआ तो इन दोनों आरोपियों ने बाजार से दूसरी कंपनी का खाद उठाकर लगभग डेढ़ महीने बाद अलग-अलग सोसाइटियों में पहुंचाया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। कलेक्टर के निर्देश पर एक जांच समिति बनाई गई और पूरे मामले की पड़ताल की गई । पुलिस ने जिला विपणन अधिकारी की शिकायत पर मामला दर्ज किया। पुलिस ने जिला सहकारी बैंक के कर्मचारी एवं ट्रांसपोर्ट कंपनी के सुपरवाइजर को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि खाद की इस कालाबाजारी में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं। उनके बारे में गंभीरता से जांच की जा रही है।