MP में बंदर की तेरहवीं में 5000 लोगों का ग्रैंड भोज, 30 किमी दूर से उमड़ी भीड़, गांव में मना उत्सव!
Wednesday, Nov 19, 2025-05:53 PM (IST)
राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के दरावरी गांव में ऐसी घटना हुई, जिसने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। जहां इंसानों की मृत्यु पर तेरहवीं का आयोजन होता है, वहीं यहां एक बंदर की मृत्यु पर गांववालों ने भव्य तेरहवीं की।
बंदर को मानते थे हनुमानजी का स्वरूप
गांव के लोग इस बंदर को हनुमानजी का रूप मानकर उसकी सेवा करते थे। 12 दिन पहले वह हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर मरा, जिसके बाद पूरे गांव ने भावपूर्ण अंतिम यात्रा निकाली।
8 नवंबर को अर्थी सजाकर पूरा गांव अंतिम यात्रा में शामिल हुआ।
विधि-विधान से अंतिम संस्कार
गांववालों ने बंदर का पूरा संस्कार शांति धाम में हवन-विधि के साथ किया। इसके बाद 12वें दिन तेरहवीं का कार्यक्रम रखा गया।
5000 लोगों के लिए ग्रैंड भोज
तेरहवीं के लिए गांववालों ने 1 लाख से अधिक का चंदा जुटाया।
भोज का पैमाना भी किसी बड़े आयोजन से कम नहीं था—
5 क्विंटल आटे की पूड़ियाँ
40 किलो सेव
100 लीटर छाछ की कढ़ी
1 क्विंटल शक्कर की नुक्ति
और बड़ी मात्रा में सब्जी
आसपास के 30–35 किमी दूर के गांवों से लोग पहुंचे। 4000 से ज्यादा लोगों ने भोजन किया, जबकि कुल संख्या लगभग 5000 तक पहुंच गई।
गांव में मना उत्सव जैसा माहौल
खुले मैदान में आयोजित भोज में हनुमानजी के भजन गूंज रहे थे।
गांव के लोग बाहर से आने वालों का स्वागत कर रहे थे और माहौल पूरी तरह धार्मिक रंग में रंगा था।
क्यों चर्चा में है यह आयोजन?
क्योंकि यह सिर्फ तेरहवीं नहीं…यह गांव की श्रद्धा, आस्था और मान्यता का अनोखा उदाहरण बन गया है। बंदर को हनुमानजी मानकर पूरे समाज ने जिस तरह संस्कार किए, वह पूरे इलाके में चर्चा का विषय है।

