किसानों के समर्थन में उतरे जयवर्धन सिंह, बोले- जब बड़ा बांध मांगा ही नहीं तो क्यों थोप रही सरकार
Tuesday, Sep 23, 2025-07:53 PM (IST)

गुना(मिस्बाह नूर) : मध्य प्रदेश के 60-70 गांवों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। ये सभी गांव नक्शे से लगभग खत्म हो जाएंगे। पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना के तहत गुना जिले की चांचौड़ा तहसील में घाटाखेड़ी पर बन रहे बांध की वजह से यह स्थिति बनी है। यही वजह है कि इस बांध का भारी विरोध हो रहा है। वहीं किसानों और लोगों को कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह का पूरा साथ मिल रहा है। बांध निर्माण को लेकर जयवर्धन सिंह ने सरकार पर जमकर निशाना साधा।
जयवर्धन ने कहा कि वे इस बात को लेकर आश्चर्यकित हैं कि इतने सारे गांवों को कोई सरकार या प्रशासन एक बांध के लिए क्यों डुबोना चाहती है। अगर ऐसा होता है तो गांवों के साथ-साथ वहां बनाई गई अद्योसंरचना, जिनमें सड़कें, स्कूल, अस्पताल शामिल हैं, वे सब डूब जाएंगे। ऐसा नहीं होना चाहिए और यह संभव भी नहीं है। बांध वहां बनाए जाते हैं, जहां पठारी या बंजर जमीन होती है। लेकिन मध्यप्रदेश सरकार उपजाऊ जमीन को बांध के लिए बलि क्यों चढ़ाना चाहती है। जयवर्धन ने इस बात को लेकर हैरानगी जताई कि जब इस क्षेत्र के किसानों ने कभी बड़ा बांध मांगा ही नहीं तो इतनी बड़ी परियोजना के लिए सिर्फ चांचौड़ा को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है? उन्होंने किसानों के साथ भोपाल में सीएम से चर्चा करने का आश्वासन भी दिया है।
बता दें कि ज्ञापन सौंपने के दौरान बातचीत कर रहे कलेक्टर से भी किसानों की तीखी गहमा-गहमी हुई। कलेक्टर को कहना पड़ा कि कोई कानून को हाथ में न लें, रिकॉर्डिंग हो रही है। हालांकि कलेक्ट्रेट जा रहे किसानों को दशहरा मैदान पर ही राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह, बमौरी विधायक इंजी. ऋषि अग्रवाल, चांचौड़ा की पूर्व विधायक ममता मीना ने संबोधित किया। यहां भी किसानों का आक्रोश कम नहीं हो रहा था। किसान कह रहे थे कि आंदोलन के दौरान ही जयवर्धन सिंह उन्हें आश्वासन दें कि घाटाखेड़ी को नहीं डूबने दिया जाएगा।
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