गुना में बिगड़ा माहौल! हजारों किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंचे, कहा- चाहे बांध में चिनवा दो बड़ा डैम नहीं बनने देंगे
Tuesday, Sep 23, 2025-06:47 PM (IST)

गुना (मिस्बाह नूर) : पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना के तहत गुना जिले की चांचौड़ा तहसील में घाटाखेड़ी पर बन रहे बांध का भारी विरोध हो रहा है। मंगलवार को डूब क्षेत्र में आ रहे गांवों के किसान करीब 5 सैकड़ा ट्रैक्टर लेकर गुना पहुंचे और आक्रामक अंदाज में प्रदर्शन किया। किसानों की अगुवाई कर रहे नेताओं ने चुनौती दी कि बड़ा बांध किसी भी हालत में नहीं बनने दिया जाएगा, प्रशासन चाहे तो उन्हें बेघर और बेदखल करने से पहले बांध में ही चिनवा दे। वहीं ज्ञापन सौंपने के दौरान बातचीत कर रहे कलेक्टर से भी किसानों की तीखी गहमा-गहमी हुई। कलेक्टर को कहना पड़ा कि कोई कानून को हाथ में न लें, रिकॉर्डिंग हो रही है।
करीब एक बजे चांचौड़ा क्षेत्र में पीकेसी परियोजना से प्रभावित होने वाले गांवों से किसानों का काफिला गुना पहुंचा। हालांकि चिंताहरण मंदिर पर ही पुलिस ने टैक्टरों को शहर में प्रवेश देने से मना कर दिया और पूरा काफिला बायपास के रास्ते नानाखेड़ी मंडी होता हुआ दशहरा मैदान पहुंच गया। यहीं से किसानों में आक्रोश देखने को मिल रहा था।
कलेक्ट्रेट जा रहे किसानों को दशहरा मैदान पर ही राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह, बमौरी विधायक इंजी. ऋषि अग्रवाल, चांचौड़ा की पूर्व विधायक ममता मीना ने संबोधित किया। यहां भी किसानों का आक्रोश कम नहीं हो रहा था। किसान कह रहे थे कि आंदोलन के दौरान ही जयवर्धन सिंह उन्हें आश्वासन दें कि घाटाखेड़ी को नहीं डूबने दिया जाएगा।
जब बड़ा बांध मांगा ही नहीं तो क्यों थोप रहे? जयवर्धन
जयवर्धन ने कहा कि वे इस बात को लेकर आश्चर्यकित हैं कि इतने सारे गांवों को कोई सरकार या प्रशासन एक बांध के लिए क्यों डुबोना चाहती है। अगर ऐसा होता है तो गांवों के साथ-साथ वहां बनाई गई अद्योसंरचना, जिनमें सड़कें, स्कूल, अस्पताल शामिल हैं, वे सब डूब जाएंगे। ऐसा नहीं होना चाहिए और यह संभव भी नहीं है। बांध वहां बनाए जाते हैं, जहां पठारी या बंजर जमीन होती है। लेकिन मध्यप्रदेश सरकार उपजाऊ जमीन को बांध के लिए बलि क्यों चढ़ाना चाहती है। जयवर्धन ने इस बात को लेकर हैरानगी जताई कि जब इस क्षेत्र के किसानों ने कभी बड़ा बांध मांगा ही नहीं तो इतनी बड़ी परियोजना के लिए सिर्फ चांचौड़ा को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है? उन्होंने किसानों के साथ भोपाल में सीएम से चर्चा करने का आश्वासन भी दिया है।