किसान की मौत व बच्ची के रेप को लेकर शिवराज पर बरसे कमलनाथ, बोले- दावों के उल्ट है हकीकत
6/1/2020 6:35:32 PM
भोपाल/छतरपुर(इजहार हसन खान/राजेश चौरसिया): कोरोना संकट के दौरान भी मध्य प्रदेश में अपराधियों के हौंसले बुलंद है। एक तरफ देवास जिले में गेहूं केंद्र में किसान की मौत का मामला तो दूसरी और छतरपुर में 5 साल की मासूम के साथ रेप के बाद हत्या होना कहीं न कहीं सरकार के खोखले दावों की पोल खोलता है। इसे लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सिंह ने सीएम शिवराज सिंह पर हमलावर होते हुए सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार गेहूं खरीदी के दावे तो कई हैं लेकिन सच इससे बिलकुल विपरीत है। किसानों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मासूम की मौत को लेकर कहा कि जो लोग विपक्ष में रहकर मासूमों के लिए धरने पर बैठते हैं और अब उनके शासन में आते ही ऐसी घटनाओं पर मौन क्यों है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि सीएम शिवराज ने समर्थन मूल्य पर गेहूं ख़रीदी के भले बड़े-बड़े दावे करे। ख़ूब आंकड़े जारी करे लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है। आज किसान भाइयों को अपनी उपज बेचने के लिये काफ़ी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है। उपार्जन केंद्रों पर कही बारदान की कमी है,कही तुलाई की व्यवस्था नहीं है। कई परिवहन नहीं होने से काम बंद पड़ा है। किसानों को एसएमएस भेजकर बुलाया लिया जाता है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने ये भी कहा कि कई- कई दिन तक भीषण गर्मी व लू में अपनी उपज बेचने के लिये भूखा-प्यासा किसान कई किलोमीटर तक लंबी लाइन में लगा हुआ है। उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। पिछले दिनो आगर मालवा में मलवासा के एक किसान प्रेम सिंह की इसी परेशानियो व अव्यवस्थाओं से दुखद मौत हो गयी थी। कल देवास के उपार्जन केंद्र में फसल तुलाई के लिए लाईन में लगे एक और किसान की दुखद मौत हो गयी है।
जिले के टौंकखुर्द के अमोना गाँव निवासी किसान जयराम मंडलोई अपनी फसल लेकर तुलाई के इंतज़ार में भीषण गर्मी में लाइन लगे थे। ख़रीदी की अव्यवस्थाओं से भीषण गर्मी में तनाव में किसान की जान चली गयी। वहीं उन्होंने कहा है कि ऐसी स्थिति में सरकार के दावे सच्चाई से बिलकुल विपरीत हैं। एक अन्य ट्वीट करते हुए कमलनाथ ने कहा कि लॉकडाउन में भी दुष्कर्म , गैंगरेप , हत्या , चोरी , लूट की घटनाएं रुक नहीं रही है। छतरपुर के नौगांव में एक मासूम बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना शर्मसार करने वाली है। मासूम बच्चियां भी सुरक्षित नहीं ? कितनी हैरानी की बात है कि जो लोग विपक्ष में इस तरह की घटनाओं पर मासूम बच्चियों को लेकर धरना देते थे , आज सत्ता में आते ही ऐसी घटनाओं पर मौन क्यों है ? इस घटना में पुलिस की लापरवाही की बात सामने आ रही है। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो , लापरवाहो को दंडित किया जावे , पीड़ित परिवार की हारसंभव मदद की जावे।