गुवाहाटी में सीएम मोहन बोले— MP का टाइगर और असम का गैंडा साथ रफ्तार भरेगा..
Sunday, Oct 05, 2025-06:50 PM (IST)

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुवाहाटी में आयोजित “इंटरैक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अपॉर्च्युनिटीज़ इन मध्यप्रदेश” को संबोधित करते हुए कहा कि असम ऐसा राज्य है, जो पत्ते-पत्ते को सोना बनाकर बेचता है। उन्होंने नॉर्थ-ईस्ट को भारत का “गेटवे टू द वर्ल्ड” बताते हुए कहा कि गुवाहाटी पवित्र नगरी है और असम व मध्यप्रदेश के बीच कई समानताएं हैं।
सीएम ने कहा कि कई सेक्टर्स में अभी काफी संभावनाएं हैं और मध्यप्रदेश इन्हीं अवसरों के साथ यहां आया है। राज्य में पर्याप्त लैंड बैंक, बिजली, पानी और लॉजिस्टिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा— “मध्यप्रदेश का टाइगर और असम का गैंडा साथ रफ्तार भरेगा।”
वन्यप्राणी आदान-प्रदान का प्रस्ताव
डॉ. यादव ने दोनों राज्यों के बीच वन्यप्राणियों के आदान-प्रदान का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा— “मध्यप्रदेश असम को घड़ियाल, गौर और मगरमच्छ दे सकता है, बदले में हमें गैंडा मिल सकता है।” उन्होंने चीता प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए कहा कि यह विलुप्त प्रजातियों को बसाने का बेहतरीन उदाहरण है।
ऊर्जा और उद्योगों पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश बिजली उत्पादन के मामले में देश में अलग स्थान रखता है। दिल्ली मेट्रो आज एमपी की बिजली से चल रही है। राज्य में जमीन और पानी दोनों पर सोलर एनर्जी प्लांट स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार सभी सेक्टर्स को प्रोत्साहन दे रही है। खासकर रोजगार आधारित उद्योग लगाने पर बिजली, पानी, सड़क की सुविधा के साथ श्रमिकों के वेतन के लिए सरकार 5000 रुपए मासिक सब्सिडी भी उपलब्ध कराएगी।
सांस्कृतिक जुड़ाव भी जताया
डॉ. यादव ने असम के महान गायक-कलाकार स्व. भूपेन हजारिका और गायक जुबीन गर्ग को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही देवी रुक्मणि का असम से संबंध बताते हुए सांस्कृतिक निकटता पर भी प्रकाश डाला।
अंत में उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जरूरी है और मध्यप्रदेश इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है।