सिंगरौली में सियासी संग्राम! नगर निगम अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, कलेक्टर ने मांगी रिपोर्ट
Thursday, Oct 30, 2025-02:05 PM (IST)
सिंगरौली। नगर निगम की राजनीति में इस वक्त हलचल मची हुई है। निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय के खिलाफ पार्षदों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव ने नया मोड़ ले लिया है। जिला कलेक्टर गौरव बैनल ने इस पूरे मामले पर निगमायुक्त सविता प्रधान से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
कलेक्टर ने अपने पत्र में साफ किया है कि 22 निर्वाचित पार्षदों में से आधे से अधिक सदस्य यदि प्रस्ताव का समर्थन करते हैं, तो अध्यक्ष का पद रिक्त माना जाएगा। उन्होंने नगर पालिका अधिनियम, 1956 की धारा 23-क का हवाला देते हुए संबंधित बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है — जिसमें अध्यक्ष के पदभार ग्रहण की तारीख, अब तक की अवधि, पूर्व में कोई अविश्वास प्रस्ताव आया या नहीं, और कुल पार्षदों की संख्या की जानकारी शामिल है।
सूत्रों के अनुसार, कलेक्टर की इस कार्रवाई के बाद नगर निगम में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। अविश्वास प्रस्ताव की वैधता को लेकर कानूनी विश्लेषण भी शुरू हो गया है। नई संशोधित व्यवस्था के तहत यदि अध्यक्ष तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, तो पार्षद अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं।
अब सबकी निगाहें प्रशासन की रिपोर्ट पर टिकी हैं। अगर रिपोर्ट में प्रस्ताव वैध पाया गया, तो सिंगरौली नगर निगम की राजनीति में बड़ा उलटफेर तय माना जा रहा है।

