RSS का काम ही झगड़े, दंगे-फसाद और विवाद कराना है: दिग्विजय सिंह

1/23/2020 1:22:31 PM

इटारसी: मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के इटारसी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि आरएसएस का काम ही झगड़े, दंगे-फसाद और विवाद कराना है। इसके साथ ही उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण पर कहा कि आरएसएस के लोग ये भूल जाते हैं कि जनसंख्या बढ़ने का मूल कारण गरीबी है। गरीब लोगों के यहां ही ज्यादा बच्चे मिलेंगे और पढ़े लिखे लोगों के यहां कम। राजगढ़ घटना पर उन्होंने कहा कि धारा 144 का उल्लंघन किया है, यदि कोई महिला कलेक्टर के साथ गाली-गलौज करेगा तो ऐसे में उन्होंने थप्पड़ मार दिया, तो क्या बुरा किया। सिंह यहां बुधवार को इंटक के समारोह में भाग लेने के लिए आए थे।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भारत के राष्ट्रपति संसद में कहते हैं कि एनआरसी लेकर आएंगे। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कह रहे हैं कि एनआरसी पर बात ही नहीं हुई। देश की जनता को ये बताया जाना चाहिए कि झूठ कौन बोल रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने संसद में अभिभाषण में एनआरसी लाने की बात कही थी। इसके बाद अमित शाह ने कहा था कि पहले सीएए फिर एनपीआर उसके बाद एनआरसी आएगा। अब प्रधानमंत्री कहते हैं कि इस पर बातचीत ही नहीं हुई है। ये कैसी सरकार है हम किस पर विश्वास करें।

इसी अविश्वास के कारण देश में भ्रम की स्थिति बनी है और इसका एनआरसी और सीएए का विरोध हो रहा है। उन्होंने कहा कि सीएए की जरूरत ही नहीं थी, जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब कई बार उन्होंने देश के बाहर से आए लोगों को देश की नागरिकता दी। आयुध निर्माणी में बुधवार को आयोजित इंटक यूनियन वर्किंग कमेटी की बैठक में राज्यसभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजीव गांधी ने बोफोर्स तोपों की खरीदी की, बहुत हल्ला मचा। कारगिल के युद्ध में यदि बोफोर्स नहीं होती तो पता नहीं नतीजा क्या होता। जब युद्ध में विजय मिली तो सैनिकों ने बोफोर्स जिंदाबाद के नारे लगाए।

दिग्विजय सिंह ने कहा पब्लिक सेक्टर यूनिट ने वही बोफोर्स का नया मॉडल तैयार किया है, जो धनुष नाम का है। जिस प्रकार की टेक्नोलॉजी लाना हैं लाएं, लेकिन यहां की वर्क फोर्स पर भरोसा करें, उनके हुनर पर भरोसा करें। यह प्रयास होना चाहिए कि बेहतर से बेहतर हथियार भारत में बनें, लेटेस्ट टेक्नोलॉजी हमारे सामने आए। उन्होंने अमेरिका की आर्मी का उदाहरण देते हुए कहा वहां ड्रोन की मदद से चेहरा पहचान कर हमला किया जा सकता है। राफेल के जहाज खरीदे जा रहे थे, लेकिन एन वक्त पर समझौता हो गया और जो काम हिन्दुस्तान एरोविटिक लिमिटेड कंपनी काे मिलना था, वह प्राइवेट लोगों को दे दिया और आज तक राफेल की कीमत कोई नहीं जान पाया है। कार्यक्रम में इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जी संजीवा रेड्‌डी, उपाध्यक्ष अशोक सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री आर श्रीनिवासन, प्रदेश संगठन मंत्री एनएस चौहान सहित अन्य मौजूद थे।


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Edited By

Jagdev Singh

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