कांग्रेस में फिर गुटबाजी: ’’कोई नेता बिना पूछे इंदौर न आए’’ इशारों इशारों में दिग्विजय सिंह को कांग्रेस नेता दे डाली नसीहत
Monday, Sep 29, 2025-07:25 PM (IST)

इंदौर : मध्य प्रदेश कांग्रेस में सियासी घमासान जारी है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे ने इंदौर में बिना पूर्व जानकारी के बड़े नेताओं के दौरे को लेकर तीखी टिप्पणी की है। उनके इस बयान को दो दिन पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के इंदौर दौरे से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि दिग्विजय सिंह शीतला माता बाजार में नौकरी से निकाले गए मुस्लिम कर्मचारियों से मिलने वाले थे, लेकिन स्थानीय नेतृत्व को इसकी पहले से कोई जानकारी नहीं थी।
चौकसे का बयान
इंदौर समन्वय समिति की बैठक में चिंटू चौकसे ने कहा“संगठन के लिए आवश्यक है कि बड़े नेता हों या छोटे नेता या कार्यकर्ता…किसी भी विषय या मुद्दे पर कोई भी स्टैंड लेना है तो संगठन की सहमति लेना जरूरी है। कोई भी नेता आए और बोलेगा मुझे यहां जाना-वहां जाना है, लेकिन पहले शहर एवं जिला अध्यक्ष के साथ विधानसभा अध्यक्ष के साथ चर्चा होनी चाहिए।”चौकसे के इस बयान को दिग्विजय सिंह के दौरे पर सीधा प्रहार माना जा रहा है।
पार्टी एवं पार्टी की विचारधारा के लिए वैचारिक और सतही संघर्ष आज समय की मांग है सिर्फ भाषणों एवं बयानों से जहरीली विचारधाराओं से संघर्ष कर पाना नामुमकिन है, सभी को साथ रख कर अपनी विचारधारा को लेकर समन्वय और एकजुटता से हम संघर्ष करेंगे, तभी प्रदेश में हमारी सरकार बनाने का सपना…
— Arun Subhashchandra Yadav (@MPArunYadav) September 28, 2025
वहीं इसी बीच पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने अपनी ही पार्टी को सख्त नसीहत दे दी है। सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उन्होंने कहा कि “सिर्फ भाषणों और बयानों से जहरीली विचारधाराओं से संघर्ष कर पाना नामुमकिन है।”
अरूण यादव ने पार्टी और विचारधारा के लिए वैचारिक और सतही संघर्ष की आवश्यकता पर जोर दिया। यादव के अनुसार—“अपनी विचारधारा के साथ समन्वय और एकजुटता से ही हम संघर्ष करेंगे, तभी प्रदेश में हमारी सरकार बनाने का सपना पूरा होगा।”
राहुल गांधी का उदाहरण
यादव ने पार्टी नेतृत्व में राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा—“जिस साहस और ईमानदारी के साथ हमारे नेता राहुल गांधी संघर्ष कर रहे हैं, उसका एक प्रतिशत भी मध्य प्रदेश में हम अंगीकार कर लें तो संघर्ष की राह आसान हो जाएगी।”