वन परिवहन मंत्री पर कर्मचारी के संगीन आरोप! बोला-रेस्ट हाउस का कमरा न खोलने पर मां-बहन की गालियां दीं और थप्पड़ मारे !
Sunday, Sep 07, 2025-02:39 PM (IST)

(पुष्पेंद्र सिंह): छत्तीसगढ़ से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। वन, जलवायु परिवर्तन और परिवहन मंत्री केदार कश्यप पर कर्मचारी को पीटने के गंभीर आरोप लगे है। जगदलपुर सर्किट हाउस में संविदा कर्मचारी खितेंद्र पांडेय ने मंत्री पर मारपीट और गाली-गलौज का गंभीर आरोप लगाए है। खितेंद्र ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है ।
उन्होंने आरोप लगाया है कि मंत्री ने कमरे का ताला समय पर न खोलने पर गुस्से में उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। इस घटना ने छत्तीसगढ़ की सियासत में हलचल मचा दी है । कांग्रेस ने मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। मंत्री पर मां-बहन की गाली देने थप्पड़ मारने जैसे संगीन आरोप कर्मचारी ने लगाए है।
खितेंद्र पांडेय ने लगाए है गंभीर आरोप
खितेंद्र पांडेय का कहना है कि वो 20 सालों से सर्किट हाउस में कार्यरत हैं। पिछली शाम मतलब कि शनिवार शाम को नाश्ता बना रहे थे, इसी दौरान मंत्री के पीएसओ उन्हें बुलाकर कमरे में ले गए। खितेंद्र ने आरोप लगाते हुए कहा कि “मंत्री केदार कश्यप ने मुझसे पूछा कि तुमने कमरा क्यों नहीं खोला? इसके बाद उन्होंने जूता उठाया, मां-बहन की गालियां दीं और कॉलर पकड़कर थप्पड़ मारे। खितेंद्र का कहना है कि वो लकवे का मरीज है इसके बाद भी मारपीट की गई। आगे खितेंद्र ने कहा कि मंत्री के पीएसओ ने ही बाग में बीच-बचाव कर उन्हें हटाया। उन्होंने कोतवाली थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
कांग्रेस ने मामले पर मंत्री केदार को घेरा
वहीं इन आरोपो के बाद कांग्रेस भी हरकत मे आ गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने केदार कश्यप के व्यवहार को “शर्मनाक” करार दिया है। बैज ने कहा है कि “चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के साथ ऐसा व्यवहार बेहद निंदनीय है। केदार कश्यप ने अपने पिता की छवि को धूमिल करने का काम किया है। यह कारनाम मंत्री के दंभ और अहंकार को दर्शाता है। कांग्रेस ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
मंत्री केदार कश्यप ने दिया आरोप पर जवाब
वहीं दूसरी ओर मंत्री केदार कश्यप ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। केदार ने इतना जरुर कहा है कि उन्होंने कर्मचारियों को लापरवाही के लिए डांटा था लेकिन मारपीट या गाली-गलौज की बात पूरी तरह झूठी है। कश्यप ने इसे कांग्रेस की “राजनीतिक साजिश” करार दिया है।