फर्जी तरीके से नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर होने वाली है बड़ी कार्रवाई, STF खुलासे में 80 शिक्षकों ने पाई नौकरी,FIR दर्ज

Sunday, Dec 07, 2025-05:03 PM (IST)

(इंदौर): डिप्लोमा इन एजुकेशन के फर्जीवाड़े में शिक्षकों पर गाज गिरने वाली है। STF ने जांच के बाद FIR दर्ज की है, जिसमें 34 शिक्षकों के फर्जी मार्कशीट से भर्ती होने की बात सामने आने से हड़कंप है।

डीएड की फर्जी अंकसूची से नौकरी हासिल करने वालों में जिले के भी 80 शिक्षकों के नाम हैं। 20 नाम एसटीएफ जांच में सामने आ चुके हैं। अब इन शिक्षकों पर कार्रवाई होने वाली है जिससे हड़कंप मचा हुआ है।

करीब 20 साल से चल रहे इस घोटाले के तहत नौकरी पाने वाले ये लोग इंदौर और सांवेर की स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। एसटीएफ ने जांच के बाद एफआइआर दर्ज की है, 34 शिक्षकों के फर्जी मार्कशीट से भर्ती होने की बात का खुलासा हुआ है।  34 में से 20 तो इंदौर जिले के ही हैं।

वहीं जानकारी ये भी निकलकर सामने आ रही है फर्जी शिक्षकों की भर्ती के लिए कई सालों से गिरोह सक्रिय है।  फर्जी मार्कशीट से सबसे पहले संविदा शिक्षक के तौर पर पंचायतों के जरिए नियुक्ति की गई। 3 साल बाद फर्जी शिक्षकों का संविलयन शिक्षा विभाग में किया जाता है और फिर वो पक्के वाले टीचर बन जाते हैं..इस तरह से इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जाता है।

RTI के तहत निकाली जानकारी में हुआ था खुलासा

आपको बता देते हैं कि  ग्वालियर के गौरीशंकर राजपूत ने कुछ शिक्षकों की जानकारी RTI के तहत निकाली थी। जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ,करीब 130 लोग ऐसे मिले, जिनके रोल नंबर एक जैसे थे। फिर माध्यमिक शिक्षा मंडल से जानकारी ली तो पता चला कि मार्कशीट किसी और के नाम पर थी। इस तरह से नकली शिक्षकों के कारनामे का खुलासा हुआ।

वहीं इस सारे मामले में  अफसरों की अनदेखी भी सामने आ रही है। संविदा आधार पर नियुक्त शिक्षकों का शिक्षा विभाग में संविलयन जनपद सीईओ और जिला पंचायत सीईओ के जरिए होता है और उस समय शिक्षकों के पूरे दस्तावेज देखे जातें हैं।  लेकिन अफसरों ने फर्जी दस्तावेजों की सही से जांच नहीं की और सीधे संविलयन कर दिया। लिहाजा अब फर्जी तरीके से नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर FIR दर्ज हो चुकी है और कडी कार्रवाई होने की तैयारी है।


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Content Editor

Desh sharma

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