MP में खतरनाक अलर्ट! मिट्टी और पानी से फैल रही बीमारी, तुरंत पहचानें लक्षण
Friday, Sep 26, 2025-03:13 PM (IST)

भोपाल। अगर आपके घर या आस-पास किसी व्यक्ति को लगातार तेज बुखार, खांसी‑जुकाम या अन्य असामान्य लक्षण हैं तो इसे हल्के में न लें। स्वास्थ्य विभाग ने मेलियोइडोसिस (Melioidosis) के संभावित मामलों पर अलर्ट जारी कर दिया है — यह बैक्टीरियल संक्रमण गीली मिट्टी और पानी में मिलता है और विशेषकर मधुमेह व फेफड़ों के रोगियों के लिए ख़तरनाक हो सकता है।
क्या है मामला और क्यों सतर्क रहना ज़रूरी है
मेलियोइडोसिस एक बैक्टीरिया‑जनित संक्रमण है जो अक्सर गीली मिट्टी या खड़े पानी वाले स्थानों में पाया जाता है। संक्रमण के लक्षण अन्य आम बीमारियों से मिलते-जुलते होने के कारण पहचान मुश्किल हो सकती है, इसलिए देरी होने पर स्थिति गंभीर बन सकती है। विभाग के अनुसार जिन इलाकों में धान की खेती ज़्यादा है वहाँ जोखिम बढ़ा हुआ देखा गया है — इसलिए उन क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।
क्या कहा स्वास्थ्य अधिकारियों ने
नरसिंहपुर जिले के महामारी विशेषज्ञ डॉ. गुलाब खातरकर ने बताया कि कलेक्टर और सीएमएचओ के निर्देश पर सभी स्वास्थ्य केंद्रों व फील्ड कर्मियों को संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने को कहा गया है। संदिग्ध सैंपल की पुष्टि के लिए एम्स भोपाल भेजे जाएँगे ताकि सकारात्मक मिले तो तुरंत इलाज शुरू हो सके।
लक्ष्ण — किस पर नजर रखें
लगातार तेज बुखार जो सामान्य दवा से घटे नहीं।
खांसी‑जुकाम के साथ सांस लेने में तकलीफ या सीने में दर्द।
घावों का जल्दी ठीक न होना या घाव का संक्रमित लगना।
मधुमेह (डायबिटीज) या फेफड़ों की पुरानी बीमारी वाले मरीजों में अचानक स्वास्थ्य खराब होना।
सुरक्षा के आसान सुझाव (हेल्थ एडवाइजरी)
गीली मिट्टी या पानी में काम करते समय जूते व दस्ताने पहनें।
खुले घाव के साथ धान या गीली मिट्टी में हाथ न लगाएँ।
लगातार बुखार या संक्रमण लगे तो तुरंत नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएँ।
डायबिटीज व फेफड़ों के रोगियों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
क्या करें अगर किसी को लक्षण दिखें
घरेलू उपचार पर भरोसा न करें — डॉक्टर से जाएँ और अपनी स्थिति बताएं।
स्वास्थ्य केंद्र को सूचित करें ताकि आवश्यक सैंपल और जांच करवाई जा सके।
अगर किसी मरीज का सैंपल संदिग्ध पाया गया तो उसे निर्देशानुसार अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है।