सेवा, सिमरन और संगत का मिला संगम, नरसिंहपुर में गुरु रामदास जी का प्रकाश पर्व
Wednesday, Oct 08, 2025-09:38 PM (IST)

नरसिंहपुर (रोहित अरोरा) : मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में सिखों के चौथे गुरु, श्री गुरु रामदास जी का प्रकाश पर्व (गुरु पर्व) बड़ी श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शहर के गुरुद्वारा में सुबह से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था। गुरु रामदास जी के जन्मोत्सव को समर्पित यह पावन अवसर नरसिंहपुर के सिख समुदाय के साथ-साथ अन्य धर्मों के लोगों के लिए भी आस्था का केंद्र बना रहा।
इस दौरान गुरुद्वारा परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। सुबह प्रभात फेरी निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। दिन भर गुरुद्वारा में विशेष धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ हुआ और रागी जत्थों ने मधुर कीर्तन और शबद गायन से संगत को निहाल किया। कीर्तन सुनने के लिए दूर-दराज से भी संगत यहां पहुंची। वक्ताओं ने गुरु रामदास जी के जीवन, उनकी शिक्षाओं और मानवता के लिए उनके अतुलनीय योगदान पर प्रकाश डाला।
गुरु रामदास जी ने ही अमृतसर शहर की स्थापना की थी और स्वर्ण मंदिर (श्री हरमंदिर साहिब) के निर्माण की शुरुआत की थी। उनके द्वारा दिखाए गए प्रेम, सेवा और समानता के मार्ग को याद करते हुए, भक्तों ने गुरुवाणी का अनुसरण करने का संकल्प लिया। गुरु पर्व के अवसर पर, अटूट लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। सेवादारों ने लंगर में पूरे उत्साह और निस्वार्थ भाव से सेवा की।
गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने इस सफल आयोजन के लिए नरसिंहपुर पुलिस प्रशासन और सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। गुरु पर्व के इस पावन अवसर ने नरसिंहपुर में एकता, सद्भाव और धार्मिक सहिष्णुता का संदेश दिया।