मिड डे मील में ऐसा घटिया खाना मिला, बच्चों से नहीं खाया गया तो कुत्तों को खिला दिया, उन्होंने भी किया रिजेक्ट!
Saturday, Nov 22, 2025-06:36 PM (IST)
मुरैना: जिला पंचायत मुख्यालय से मात्र 2 किलोमीटर दूर स्थित सुआलाल का पुरा शासकीय प्राथमिक विद्यालय में मिड-डे मील की गंभीर लापरवाही सामने आई है। बच्चों को इतना बेस्वाद और घटिया क्वालिटी का खाना परोसा जा रहा है कि छात्र उसे खाने के बजाय कुत्तों को डाल रहे हैं। स्कूल में यह स्थिति दिनों की नहीं, बल्कि कई महीनों से बनी हुई है।

भोजन परोसने वाली महिला कर्मचारी ने बताया कि खाना सीधे समूह से बनकर आता है और Quality हमेशा खराब रहती है। उसने कहा ‘मैंने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती।’ स्कूल के प्रधानाध्यापक रामदीन गुर्जर ने भी खराब क्वालिटी की पुष्टि करते हुए कहा कि समूह संचालक को कई बार अवगत कराया, पर सुधार नहीं हुआ। मामला गंभीर होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को भी जानकारी दी जा चुकी है। स्कूल में 8 साल से कार्यरत कर्मचारी बैकुंठी बाई ने कहा ‘सालों से इसी समूह की ओर से खाना आता है। क्वालिटी लगातार खराब है। शिकायत करो तो उल्टा डांट देते हैं।’ इस स्कूल में मिड-डे मील पुष्पक महिला स्व सहायता समूह द्वारा भेजा जाता है। वर्षों से इसी समूह को टेंडर मिलता आया है, लेकिन गुणवत्ता हर साल गिरती जा रही है। सवाल उठ रहा है कि इतनी शिकायतों के बावजूद टेंडर इन्हीं को क्यों दिया जा रहा है?
निरीक्षण में उजागर हुआ सच…
गुरुवार को बनी सोयाबीन बरी की सब्जी सूप जैसी पतली थी, मानो पानी में बरी डाल दी गई हो। रोटियाँ इतनी सूखी थीं कि पापड़ जैसी हो चुकी थीं। कक्षा 4 की छात्रा प्रिया और कक्षा 5 के छात्र दीनबंधु ने बताया कि ‘खाना हमेशा कच्चा आता है। दाल-सब्जी पानी जैसी और कच्ची मिलती है। रोटी कड़ी होती है।’
क्या बोले अधिकारी?
जिला शिक्षा अधिकारी सुधीर सक्सेना ने बताया कि शिकायत मिलते ही डीपीसी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच के बाद संबंधित समूह पर कार्रवाई की जाएगी।

