सीमांकन करने पहुंची राजस्व टीम को खदेड़ा, महिलाओं ने काटा बवाल, सरकारी मुद्दिया उखाड़ी
Monday, Nov 17, 2025-06:16 PM (IST)
मुरैना (रानू मिश्रा) : मुरैना जिले में जमीन विवाद को लेकर खुलेआम दबंगई और सरकारी कार्रवाई में बाधा के गंभीर मामले सामने आए हैं। 12 नवंबर को पोरसा क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब सीमांकन कराने पहुंची राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम को ही लोगों ने खेत से खदेड़ दिया। इतना ही नहीं, राजस्व विभाग द्वारा सीमांकन के लिए लगाई गई सरकारी मुद्दिया (पत्थर) भी उखाड़कर फेंक दी गई। घटना के वीडियो अब सामने आए हैं।
पीड़ित ने लगाया गंभीर आरोप “टीआई ने शिकायत तक दर्ज नहीं की”
जमीन मालिक योगेंद्र तोमर ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके ही परिवार के अनिल तोमर, राजेश तोमर, सोनू तोमर, मुकेश, कुलदीप व कुछ महिलाएं विवाद पैदा करती हैं। सीमांकन होने से रोकने के लिए यह लोग हर बार मुद्दिया उखाड़ देते हैं। योगेंद्र का कहना है“मैं शिकायत लेकर टीआई के पास गया, लेकिन उन्होंने रिपोर्ट ही दर्ज नहीं की। अधिकारी बार-बार चक्कर कटवा रहे हैं। क्या पुलिस किसी अनहोनी का इंतज़ार कर रही है?”
सीमांकन टीम के सामने ही उखाड़ दी सरकारी मुद्दिया
मौके पर पहुंचे राजस्व अमले ने सीमांकन किया, लेकिन आरोपियों ने टीम के सामने ही सरकारी मुद्दिया उखाड़कर फेंक दीं। विवाद की स्थिति बढ़ने पर टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा। फिर भी राजस्व व पुलिस टीम द्वारा किसी भी आरोपी पर कार्रवाई नहीं की गई।
पटवारी का बयान “खेत योगेंद्र के नाम है, दो बार सीमांकन कर चुके”
पटवारी अरविंद सिकरवार ने पुष्टि की कि संबंधित खेत योगेंद्र तोमर के नाम दर्ज है। उन्होंने बताया— “दो बार सीमांकन कर चुके हैं। हर बार इन्हीं के परिवार के लोग सीमांकन उखाड़ देते हैं। हाल ही में भी विवाद की स्थिति बन गई थी।”
दबंगई व प्रशासनिक लापरवाही दोनों पर उठे सवाल
जमीन विवाद के नाम पर सरकारी टीम को खदेड़ना, सीमांकन तोड़ना और शिकायत पर पुलिस का कार्रवाई न करना—ये सभी बिंदु प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न खड़े करते हैं।

