व्यापम घोटाले ने छीन ली जॉब, 4 साल से बस स्टॉप पर बीता रही जिंदगी, लोग समझते हैं पागल

3/23/2022 2:47:45 PM

ग्वालियर(अंकुर जैन): मध्यप्रदेश के शिक्षा जगत का सबसे बड़ा घोटाला व्यापमं फर्जीवाड़ा किसी से छुपा नहीं है। अब धीरे-धीरे व्यापमं घोटले की फाइलें तो बंद हो रही है। लेकिन उसके जख्म ऐसे है, जिससे कुछ लोग सड़कों पर आ गए है, तो कुछ जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे है। ऐसा ही मामला ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज से जुड़ा हुआ है। जहां कॉलेज की रिकोर्ड इंचार्ज संजू उइके को बर्खास्त कर दिया गया था। ये बर्खास्ती तो साल 2019 में हुई थी। इसको लेकर संजू उइके ने हर स्तर पर दरवाजा खटखटाया। लेकिन उसे नउम्मीद ही मिली है, अब दो साल से वह हाईकोर्ट के रास्ते में एक बस स्टॉप पर जिंदगी बीता रही है।

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संजू उइके, ग्वालियर के मेडिकल कॉलेज की रिकोर्ड शाखा की प्रभारी थी। साथ ही, वह शॉर्ट हैंड की टाइपिस्ट थी। साल 2019 में उन्हें ये कहकर कॉलेज से बाहर का रास्ता दिखा दिया कि वह कॉलेज में अनुपस्थित रहती है। इसको लेकर उन्होनें हर स्तर पर गुहार भी लगाई। लेकिन नतीजा सिफर रहा। कहा जाता है, व्यापमं फर्जीवाड़े का सबसे बड़ा केंद्र गजराराजा मेडिकल कॉलेज था। कॉलेज प्रबंधन के लोग इसी मामले में संजू उइके को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे।

अब संजू उइके वकील ने इस मामले में हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में एक याचिका भी लगाई है। जिसमें उन्होनें कॉलेज प्रबंधन पर, उइके को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और नौकरी को लेकर सवाल खड़े किए है। साथ ही ये भी कहा है कि संजू उइके को मेडिकल कॉलेज के अफसर फंसाना चाहते थे। लेकिन लगातार उस पर गलत काम करने का दबाव बनाया जा रहा था। जब उसने बात नहीं मानी तो कॉलेज प्रबंधन ने उसे, बोर्ड के जरिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

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मेडिकल कॉलेज की स्टेनो टाइपिस्ट संजू उइके की हालत यह है कि वह हाईकोर्ट के पास मौजूद बस स्टॉप पर बीते 2 बरस से न्याय की उम्मीद में बैठी हुई है। हालांकि उसका सिस्टम से विश्वास उठ गया है। वह कहती है कि इंडिया में अब कोई सिस्टम नहीं है। कोई भी कुछ भी कर सकता है, जैसा उसके साथ कर दिया गया है। वहीं व्यापम फर्जीवाड़े के व्हिसिल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी भी संजू उइके से मिले हैं। वह भी उसकी हालत को देखकर चितित है। क्योंकि संजू से कॉलेज प्रबंधन ने मुंह मोड़ लिया है।

बहरहाल आज की स्थिति में जो भी संजू उइके को फुटपाथ के बस स्टॉप पर देखता है, तो वह उसे पागल समझता है। लेकिन संजू कॉलेज से जुड़े हर व्यक्ति ओर व्यापमं से जुड़े हर एक शख्स को जानती है। हांलकि अब उऩके वकील के द्वारा कोर्ट में उसका मेडिकल परीक्षण के साथ-साथ, उसकी नौकरी और कॉलेज प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की गई है। ऐसे में देखना होगा कि संजू उइके को कब तक न्याय मिल पाता है।


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meena

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