भाजपा सांसद के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा! जीते जी कर दिया अंतिम संस्कार, अर्थी पर विलाप करती दिखीं महिलाएं
Saturday, Nov 22, 2025-03:09 PM (IST)
खंडवा (मुश्ताक मंसूरी) : मध्य प्रदेश के खंडवा में कुछ दिन पहले रेल रोको आंदोलन की गूंज सुनाई दी थी, वही स्थल एक बार फिर आक्रोश और पीड़ा का केंद्र बन गया। इस बार किसानों के साथ महिलाओं का भावुक प्रदर्शन सबसे बड़ा दृश्य बनकर सामने आया। जलते कंडे पर हांडी रखकर, ठीक वैसे ही जैसे किसी की मौत पर लाश के सामने महिलाएं विलाप करती हैं, उन्होंने रो-रोकर प्याज की बढ़ती महंगाई और किसानों की बदहाली की दास्तां सुनाई।

महिलाओं का कहना था कि सरकार और जनप्रतिनिधियों ने केवल आश्वासन देकर उन्हें बहला दिया, लेकिन ज़मीनी हकीकत नहीं बदली। इसी नाराजगी के बीच किसानों ने खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल का पुतला फूंका और प्रतीकात्मक अर्थी निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया। महिलाओं ने उस अर्थी पर पुष्प अर्पित कर रोना-गाना किया, जिससे पूरा माहौल शोक और आक्रोश में बदल गया।

किसानों का कहना है कि दिल्ली में सरकार से मुलाकात दिलाने का तीन दिन का आश्वासन दिया गया था, लेकिन समय पूरा होने के बाद भी कोई हल निकलता नहीं दिखा, जिससे उनका सब्र टूट गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समाधान नहीं निकला तो आगे और उग्र आंदोलन किए जाएंगे।

वहीं सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि वे स्वयं किसान पुत्र हैं और किसानों के दर्द को समझते हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे लगातार प्रयास कर रहे हैं और जैसे ही केंद्रीय मंत्रियों से समय मिलेगा, किसानों को उनसे मिलवाया जाएगा।
फिलहाल टिगरिया क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील है और हालात पर प्रशासन की नजर बनी हुई है। लेकिन आज के इस प्रदर्शन में सबसे मजबूत आवाज महिलाओं की थी, जिन्होंने अपने आंसुओं के जरिए पूरे आंदोलन को भावनात्मक शक्ल दे दी।

