ATM में कैश लोड करने आई वैन के गार्ड को गोली मारकर कैश लूटने वाले आरोपी गिरफ्तार

2/23/2022 10:00:53 PM

जबलपुर(विवेक तिवारी): जबलपुर पुलिस के लिए चुनौती बना एटीएम केस वैन लूट एवं हत्या का केस सुलझा लिया गया है।  बेहद सनसनीखेज घटना का खुलासा भी हाई लेवल पुलसिंग के द्वारा किया गया, जिसमें आरक्षक से लेकर एडीजी तक 13 दिन तक लगातार जुटे रहे। इस केस में एक सुरक्षा गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी एवं दो कैशियारों को गोली मारकर घायल कर कैश पेटी लूट ली गई थी। इस रूट में भागे दोनों मोटर सायकिल सवार लुटेरे जो सगे भाई हैं, वाराणसी में पकड़े गये। इनसे लूटे रूपये 32 लाख 98 हजार रूपये एवं घटना में प्रयुक्त मोटर सायकिल जब्त की गई है एवं घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं कैश पेटी की बरामदगी के लिए आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया जा रहा है।

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क्या थी लूट एवं हत्या की सनसनीखेज वारदात
11-2-22 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र तिलहरी ए.टी.एम के पास गोली चलने की सूचना पर थाना प्रभारी गोराबाजार  सहदेव राम साहू स्टाफ के साथ पहुंचे। जहां पता चला कि घायलों को उपचार के लिए सिटी अस्पताल ले जाया गया है।  अस्पताल पहुंची पुलिस को अभिलाष यादव निवासी भरतीपुर इलाहाबाद बैंक के पास ओमती ने बताया था कि एस.आई.एस.कंपनी भोपाल का ए.टी.एम केश वाहन चलाता है। दिनांक 11-2-2022 को पेन्टीनाका होकर गोराबाजार तिलहरी स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्रा के पास गाड़ी खड़ी किया, गन मैन राजबहादुर पटेल आगे वाली सीट पर उसके बाजू मे बैठा था। दोनों कैशियर राजबहादुर सिंह, एवं श्रेयांश ताम्रकार वैन से उतरकर एक कैश पेटी लेकर बैंक ऑफ महाराष्ट्र तिलहरी के ए.टी.एम में कैश डालने के लिये जा रहे थे दो अज्ञात लुटेरों ने कैशियर राज बहादुर सिंह निवासी मटवारा भिटौनी शहपुरा एवं श्रेयांश ताम्रकार उम्र 28 वर्ष निवासी शाही नाका गढ़ा को गोली मारकर घायल कर दिया तथा कैश वाहन में बैठे गनमैन राजबहादुर पटेल निवासी पान उमरिया जिला कटनी हाल निवासी साई मंदिर जवाहर नगर थाना आधारताल की गोली मारकर हत्या कर कैश की 1 पेटी लूट कर ले गये।

घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया तथा सरहदी जिलों को घटित हुई घटना से अवगत कराते हुये शहर एवं देहात में नाकाबंदी प्वांईट लगाये गये। पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर गोपाल खाण्डेल, नगर पुलिस अधीक्षक गोरखपुर आलोक शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक अजाक पंकज मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय, नगर पुलिस अधीक्षक गढा तुषार सिंह नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर अखिलेश गौर तथा एफ.एस.एल डाक्टर सुनीता तिवारी, फोटोग्राफर, आदि मौके पर पहुंचे। कैश वाहन के चालक अभिलाष यादव की रिपोर्ट पर थाना गोराबाजार में अपराध क्रमांक 39/2022 धारा 302,307,394,397,34 भा.द.वि, 25,27 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। घटित हुई घटना की गंभीरता को देखते हुए उप पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर आर.आर. सिंह परिहार  एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन जबलपुर उमेश जोगा भी मौके पर पहुंचे, घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुये मौके पर उपस्थित अधिकारियों को अज्ञात मोटर सायकिल सवार लुटेरों की पतासाजी के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये, विशेष टीमें गठित कर आरोपियेां की पतासाजी हेतु लगायी गयी है।

आर्थिक तंगी को दूर करने वारदात को दिया अंजाम
दोनों आरोपी भाई मनोज पाल एवं सुनील पाल जो कि बचपन से जबलपुर में आर्मी स्कूल में पढे लिखे है, एवं जबलपुर की भौगोलिक स्थित से अच्छी तरह वाकिफ हैं, इन दोनों ने 2017 में पारिवारिक विवाद एवं आर्थिक तंगी के कारण जबलपुर छोड दिया एवं गुजरात में काम करने लगे, जहॉ काम करते हुये रातों-रात पैसा कमाने और आर्थिक तंगी दूर करने के लिये बैंक-एटीएम लूटने का प्लान बनाया, जबलपुर चूंकि इनके लिये सबसे बेहतर विकल्प था, इसलिये योजना के अनुसार दोनों नवम्बर 2021 में गुजरात से जबलपुर आये एवं गुप्त रूप से कैंट क्षेत्र में महावीर कम्पाउंड अंतर्गत रिटायर्ड जेल अधिकारी के यहां किराये का कमरा लेकर रहने लगे।  इस दौरान उन्होनें अपने बचाव के लिये किसी भी प्रकार के पहचान पत्र, किसी भी स्थान पर उपलब्ध नहीं कराये एवं मोबाईल का प्रयोग भी कहीं नहीं किया।

दोनों ने जबलपुर में घूमकर शहर के ग्वारीघाट, गोरखपुर, सदर, गोराबाजार, बिलहरी, तिलहरी स्थित विभिन्न बैंकों के एटीएम की रैकी की, जिसमें से तिलहरी स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एटीएम को चिन्हित किया क्योंकि यह एटीएम बंद कैम्पस में एवं बाईपास के अत्यंत नजदीक था, जहां से निकलकर भागने में आसानी थी पकड़े जाने की संभावना कम थी। योजना के मुताबिक रोजाना आर.सी. ग्राउड के पास खड़े होकर दोनों एटीएम में पैसा डालने वाली कैश वैनों पर नजर रखने लगे एवं बैंक ऑफ महाराष्ट्र में जाने वाली कैश वैन को चिन्हित कर लिया एवं रोजाना उसी वैन का इंतजार करते रहते थे, जब भी चिन्हित वैन निकलती थी उसका पीछा करते हुये कैश वैन के पहुंचने के लगभग 1 मिनिट पहले वैन को ओवर टेक करते हुये एटीएम पहुंच जाते थे, और दोनों अपनी-अपनी भूमिका के हिसाब से बैंक एटीएम के पास एवं कैम्पस के बाहर घटना को अंजाम देने के लिये अपने-अपने चिन्हित स्थान पर खड़े हो जाते थे। रैकी के दौरान दोनों बैंक एटीएम में जाकर बाहर खड़े लोगों को भ्रमित करने का भी प्रयास करते थे, और एटीएम मशीन में कैश लोड होने के बाद जमीन पर पड़ी रबर की संख्या के आधार पर लोड होने वाले कैश का अंदाजा लगा लेते थे।

घटना दिनांक 11-2-2022 को आरोपी योजना के अनुसार आर.सी. ग्राउंड से सुबह 10 बजे पहले बैंक के एटीएम गये, तत्पश्चात तिलहरी स्थित पैट्रोलपंप पर पैट्रोल डलवाया और गोराबाजार के पास कैशवैन का इंतजार करने लगे, जैसे ही दोपहर 2-15 बजे के आसपास कैश वैन आते हुये दिखी तो ये वैन का पीछा करने लगे और वैन को ओवरटेक करते हुए वैन के पहुचने के कुछ सैकेंड पूर्व ही एटीएम पहुंच गये और अपनी-अपनी जगह ले ली। योजना अनुरूप जैसे ही कस्टोडियन श्रेयांश ताम्रकार पेटी लेकर एटीएम की तरफ गये, जिनके पीछे दूसरे कस्टोडियन राजबहादुर सिंह आ रहा था। तभी मनोज पाल ने पहले श्रेयांश ताम्रकार फिर राजबहादुर सिंह को गोली मारकर घायल कर दिया और कैश पेटी छीनकर कैम्पस से बाहर होने के बाद वैन मे बैठे गार्ड को भी गोली मारी। इसी दौरान अन्य आरोपी सुनील पाल ने कैश वैन में बैठे गार्ड राजबहादुर पटेल को गोली मारकर हत्या कर दी। दोनों अपनी हॉण्डा शाईन गाड़ी से बरेला बाईपास की ओर भाग गये एवं गुप्त स्थान पर पेटी एवं गाड़ी छिपाकर कपड़े बदलकर आटो से अपने कमरे आ गये एवं हेयर सैलून मे बाल कटवाकर अपना हुलिया बदल लिया। घटना के दूसरे दिन आटो से वापस उसकी गुप्त स्थान पर पहुंचे एवं गाड़ी एवं पेटी में रखे कैश को लेकर अपने कमरे आये एवं कमरे से सामान उठाकर रीवा-सतना रोड से होते हुये अपने गृह निवास गांगपुर वाराणसी उ.प्र. निकल गये।

पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी
घटित हुई सनसनीखेज घटना को जबलपुर पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन जबलपुर उमेश जोगा एवं उप पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर आर.आर. सिंह परिहार के मार्गदर्शन तथा पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा के नेतृत्व में गठित विशेष टीम सी.सी.टी.व्ही. एवं रूट मैपिंग टीम, सायबर टीम, मुखबिर एवं पूछताछ टीम, गिरफ्तारी टीम के द्वारा अपनी-अपनी भूमिकाओं के अनुसार आरोपियेां को चिन्हित करते हुये घटना स्थल से उनके गृह निवास तक पहुंचने के साक्ष्यों के आधार पर दबिश देते हुये दोनों आरोपी सगे भाईयों को धरदबोचा गया एवं घटना में प्रयुक्त मोटर सायकिल हॉण्डा शाईन जिस पर रजिस्ट्रेशन नंबर यू.पी. 65 बी.वाय. 5153 लिखा है (जो कि फर्जी नम्बर है) एवं नगद 32 लाख 98 हजार रूपये बरामद कर आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार किया जाकर विस्तृत पूछताछ तथा घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं कैश पेटी की बरामदगी के लिए न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

इस पूरी टीम ने दिन-रात एक कर दिए
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध गोपाल खाण्डेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/यातायात संजय कुमार अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शिवेश सिंह बघेल, नगर पुलिस अधीक्षक कैंट भावना मरावी, नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर अखिलेश गौर, नगर पुलिस अधीक्षक गोरखपुर आलोक शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय/नगर पुलिस अधीक्षक गढा तुषार सिंह, उप पुलिस अधीक्षक अ.जा.क. पंकज मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक अपराध सुशील चौहान, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली दीपक मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक रांझी एम.पी. प्रजापति, नगर पुलिस अधीक्षक ओमती आर.डी. भारद्वाज, परिवीक्षाधीन भा.पु.से. शशांक, थाना प्रभारी कोतवाली अनिल गुप्ता, थाना प्रभारी लार्डगंज प्रफुल्ल श्रीवास्तव, थाना प्रभारी मदनमहल नीरज वर्मा, थाना प्रभारी ओमती एस.पी.एस. बघेल, थाना प्रभारी रांझी विजय सिंह परिहार,  थाना प्रभारी खमरिया निरूपा पाण्डे, थाना प्रभारी गोहलपुर अरविंद चौबे, थाना प्रभारी अधारताल शैलेष मिश्रा, थाना प्रभारी गोराबाजार सहदेव राम साहू, थाना प्रभारी ग्वारीघाट भूमेश्वरी चौहान, थाना प्रभारी भेडाघाट शफीक खान, थाना प्रभारी बरगी रीतेश पाण्डे, थाना प्रभारी विजय नगर सोमा मलिक तथा थाना प्रभारी कैंट विजय तिवारी एवं उप निरीक्षक चंद्रकांत झा एवं महेन्द्र जयसवाल थाना अधारताल उप निरीक्षक मयंक यादव थाना विजय नगर, सहायक उप निरीक्षक मोहन तिवारी थाना अधारताल, सायबर सेल के आरक्षक अमित पटेल आदित्य, क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिंह, रामसनेही शर्मा, गोपाल विश्वकर्मा,  प्रधान आरक्षक ओम नारायण, अजय यादव, नीरज तिवारी, मानस उपाध्याय, अमित श्रीवास्तव, आरक्षक अनूप सिंह, नवनीत चक्रवर्ती, मोहित उपाघ्याय पुलिस लाईन के सहायक उप निरीक्षक विजय शुक्ला, की सराहनीय भूमिका रही।


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Content Writer

meena

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