खुद बने ‘गुरुजी’! कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने जोरातराई स्कूल में बच्चों संग की पढ़ाई, चॉकलेट देकर बढ़ाया उत्साह
Saturday, Sep 20, 2025-05:23 PM (IST)

खैरागढ़। (हेमंत पाल): छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ शासकीय स्कूलों की वास्तविक स्थिति और बच्चों के स्तर का आकलन करने जब कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल आज अचानक जोरातराई प्राथमिक शाला पहुंचे, तो वहां का माहौल ही कुछ और हो गया। यह कोई औपचारिक निरीक्षण नहीं था, बल्कि एक ऐसा मौका बन गया जब एक कलेक्टर, बच्चों के बीच शिक्षक और मार्गदर्शक की भूमिका में नज़र आए।
गणित और इंद्रधनुष के रंगों पर कलेक्टर ने ली ‘इम्तिहान’, बच्चों ने जीता दिल
कक्षा पहली और दूसरी के बच्चों से जब कलेक्टर ने जोड़ और रंगों से जुड़े सवाल पूछे, तो नन्हें-मुन्नों ने सटीक जवाब देकर सबको चौंका दिया। इंद्रधनुष के सातों रंगों की पहचान कराते हुए बच्चों ने पूरा क्लासरूम रंगीन बना डाला। सही उत्तर मिलने पर कलेक्टर ने खुद तालियां बजवाईं, बच्चों को चॉकलेट दीं और मुस्कुराते हुए बोले –
तुम सब होशियार बच्चे हो, खूब पढ़ो और बड़ा बनो।"
नवोदय प्रवेश परीक्षा पर मिली प्रेरणा, कलेक्टर ने दिए टिप्स
कक्षा पाँचवीं के छात्रों से कलेक्टर ने नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा को लेकर बातचीत की। उन्होंने बच्चों को समझाया कि यह परीक्षा एक सुनहरा अवसर है और इसका हिस्सा बनने के लिए तैयारी, आत्मविश्वास और अनुशासन सबसे जरूरी हैं। बच्चों से कुछ तार्किक सवाल पूछकर, उन्होंने उत्तर निकालने के आसान तरीके भी सिखाए।
शिक्षकों को दिए निर्देश – हर बच्चा बने आत्मनिर्भर और जिज्ञासु
बच्चों की तत्परता और समझदारी देखकर कलेक्टर ने शिक्षकों की तारीफ की, साथ ही यह भी कहा कि अब शिक्षा केवल किताबी न रहे, बल्कि बच्चों के बौद्धिक और नैतिक विकास पर भी समान ध्यान दिया जाए।
पोषण योजना पर भी रही कलेक्टर की पैनी नजर
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने प्रधानमंत्री पोषण योजना के अंतर्गत मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता और नियमितता की समीक्षा की। उन्होंने छात्रों से मेनू और स्वाद को लेकर फीडबैक लिया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर बच्चा स्वस्थ और संतुलित भोजन पा रहा है।