आश्रम में विवादों का मौत से अंत : महंत ने जहर खाया, लगाए चौकाने वाले आरोप
Friday, Nov 28, 2025-11:24 AM (IST)
सागर। मध्यप्रदेश में गुरुवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। छतरपुर के भीमकुंड आश्रम के महंत शंकर शरण दास ने सागर में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचाया नहीं जा सका। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
परिजनों का आरोप— प्रताड़ना से तंग आकर दी जान
महंत के भाई धर्मेन्द्र दुबे और पुजारी संतोष मिश्रा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि महंत लंबे समय से मानसिक उत्पीड़न झेल रहे थे।
उन्होंने बताया कि महंत पहले आश्रम के अध्यक्ष थे, लेकिन कुछ कारणों से उन्होंने पद छोड़ दिया था और उनकी जगह जय सिंह ठाकुर को नया अध्यक्ष बनाया गया। परिजनों का दावा है कि पूर्व गद्दीदार नारायण आचार्य और कमलनयन लगातार महंत को प्रताड़ित कर रहे थे।
महिला ने लगाए थे छेड़खानी के आरोप
घटना में नया मोड़ तब आया जब आश्रम में खाना बनाने वाली एक महिला ने कुछ दिन पहले एक स्थानीय चैनल पर बयान देकर महंत पर छेड़खानी, हाथ पकड़ने और अनुचित व्यवहार के आरोप लगा दिए। परिवार और समर्थकों का कहना है कि इन आरोपों के जरिए महंत को झूठे मामले में फंसाने की साज़िश की जा रही थी।
आश्रम में तोड़फोड़, बढ़ता तनाव
करीब 10–12 लोगों द्वारा आश्रम परिसर में हाल ही में की गई तोड़फोड़ ने महंत की मानसिक स्थिति को और खराब कर दिया था। लगातार विवाद, आरोप और दवाब के बीच महंत शंकर शरण दास अत्यधिक तनाव में थे और इसी दबाव में उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया।

