धमधा में पशु-प्रेम की मिसाल: पालतू कुत्ते ‘जेम्स’ की याद में पीयूष ताम्रकार ने लगाए 10 से अधिक पेड़, पूरे क्षेत्र में चर्चा
Sunday, Nov 23, 2025-09:23 PM (IST)
धमधा। (हेमंत पाल): कहते हैं इंसान की पहचान उसके कर्मों से होती है, और जब बात पशु-प्रेम की हो तो यह संवेदनशीलता दिल को और भी छू जाती है। धमधा के युवा समाजसेवी पीयूष ताम्रकार ने ऐसा काम किया है, जिसकी चर्चा पूरे क्षेत्र में जोरदार तरीके से हो रही है। पीयूष ताम्रकार के घर वर्षों से पाला हुआ पालतू कुत्ता जेम्स परिवार का सदस्य बन चुका था। लेकिन बीते दिनों जेम्स की अचानक मौत हो गई। संयोग ऐसा बना कि उसी दिन पीयूष के बेटे का पहला जन्मदिन भी था एक तरफ घर में खुशियों का मौका, दूसरी ओर परिवार के प्यारे साथी को खोने का दर्द।
ज्यादातर लोग पालतू जानवर की मौत के बाद उन्हें यूँ ही कहीं फेंक देते हैं, लेकिन पीयूष ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने जेम्स को सम्मान के साथ जमीन में दफन किया और आगे जो किया वह सचमुच मिसाल बन गया।
जेम्स की स्मृति में लगाए पेड़
पीयूष ताम्रकार ने जेम्स की याद को सहेजने के लिए उसके नाम पर 10 से अधिक पौधे रोपे, ताकि जैसे-जैसे पौधे बढ़ें, जेम्स की याद भी जीवित रहे।
उनका कहना है
“जेम्स सिर्फ कुत्ता नहीं, मेरे परिवार का हिस्सा था। ये पेड़ उसकी यादों को हमेशा जिंदा रखेंगे।”
लोग कर रहे हैं सराहना
धमधा क्षेत्र में पीयूष के इस कदम की जमकर प्रशंसा हो रही है। लोग कह रहे हैं कि हमने कई लोगों को पालतू जानवरों से प्यार करते देखा है, लेकिन उनकी याद में पेड़ लगाने की ऐसी भावना पहली बार देखने को मिली है।
बेटे के पहले जन्मदिन पर जहाँ लोग शोर-शराबे और पार्टी मनाते हैं, वहीं पीयूष ने इस अवसर को एक ऐतिहासिक और संवेदनशील कार्य में बदल दिया।
एक पिता और एक पशु-प्रेमी का भावनात्मक निर्णय
पीयूष का कहना है कि बेटा बड़ा होकर जब इन पौधों को पेड़ बनते देखेगा, तो उसे भी करुणा, प्रेम और प्रकृति संरक्षण की सीख मिलेगी।धमधा के कई सामाजिक संगठनों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए इसे मानवता और पर्यावरण संरक्षण की मिसाल बताया है।

