SDM से उंची आवाज में समस्या बताने वाले किसान को जेल की हवा खाने के बाद भी नहीं इंसाफ, 6 महीने से कलेक्ट्रेट के लगा रहा चक्कर
Thursday, Sep 25, 2025-05:07 PM (IST)

नीमच (मूलचंद खींची) : नीमच तहसील के ग्राम अड़मालिया के 70 वर्षीय बुजुर्ग को छह महिने बाद भी इंसाफ नहीं मिला है। बुजुर्ग किसान ने 20 मार्च 2025 को कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान एसडीएम संजीव साहू के समक्ष उंची आवाज में बात की थी। एसडीएम साहू ने नीमच कैंट थाने की पुलिस बुलाकर उन्हें थाने में बंद करवा दिया था। शाम को थाने से रिहा किया गया। यह मामला देशभर में सुर्खियों में रहा। यह मामला मीडिया में उछला तो कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने जांच के आदेश दिए और किसान को आफिस में बैठाकर बात की थी। इन सभी के बाद भी किसान खुद की जमीन पर अन्य व्यक्तियों के कब्जे हटाने व सीमांकन करने के लिए कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहा है।
किसान जगदीशदास बैरागी का कहना है कि मेरी खरीदी हुई जमीन पर अन्य लोगों का कब्जा है, बंटाकन के बाद सीमांकन करने के लिए कई बार आवेदन दिए, किन्तु कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कलेक्टर साहब से मिलने के लिए जाता हूं तो द्वारपाल द्वारा मिलने नहीं दिया जाता है।
मामला उछला तो हड़कंप मचा था
यह मामला जब देशभर में सुर्खियों में आया तो जिला प्रशासन हड़कंप मच गया। ताबड़तोड़ तरीके प्रशासन हरकत में आया था और मौके पर तहसीलदार, पटवारी सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। सर्वे नंबर 486(1) रकबा 0.150 हेक्टेयर, सर्वे नंबर 486(3) रकबा 1.65 हेक्टेयर पर 2 आरी, 12 आरी व 0.450 हेक्टेयर भूमि पर अन्य लोगों का कब्जा पाया गया, मौक पर फसल होने के कारण मार्च 2025 में कब्जा नहीं हटाया गया, लेकिन फसल कटने व गर्मी व बारिश का मौसम आने के बाद भी सीमाकंन नहीं किया गया।
5 घंटे कैंट थाने में बंद रखा था
20 मार्च 2025 को किसान जगदीशदास बैरागी शिकायत लेकर जनसुनवाई में पहुंचा था, शिकायत का निराकरण न होने के कारण वह हताश था, वह एसडीएम संजीव साहू से उंची आवाज में बात कर रहा था तो एसडीएम संजीव साहू ने पुलिस बुलाकर उसे कैंट थाने भिजवा दिया। करीब 5 घंटे तक किसान थाने में भूखा—प्यासा रहा, शाम पांच बजे उसे छोडा गया था। किसान को थाने में बंद करने का मामला गरमाया तो तत्कालीन समय में प्रशासन ने उसके मामले में तेजी दिखाई और बाद में ठंडे बस्ते में डाल दिया।