''खाद नहीं, अव्यवस्था से गई आदिवासी महिला की जान'' कांग्रेस विधायक ने उठाए गंभीर सवाल, कौन है मौत का जिम्मेदार?
Thursday, Nov 27, 2025-07:53 PM (IST)
गुना (मिस्बाह नूर): गुना जिले के बागेरी खाद वितरण केंद्र पर अव्यवस्था और दबाव के आरोपों के बीच खाद लेने आई आदिवासी महिला की मौत ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जब खाद की कमी नहीं, तो महिला तीन दिनों से कतार में क्यों थी? और उसकी मौत का जिम्मेदार कौन? घटना की जानकारी मिलते ही बमौरी के कांग्रेस विधायक इंजीनियर ऋषि अग्रवाल मृतक महिला भुरिया बाई के परिजनों से मिलने पहुंचे। परिजनों को सांत्वना देते हुए विधायक ने केंद्र पर भारी अव्यवस्थाओं की पुष्टि की और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए।
विधायक का आरोप: परिजनों को धमकाया जा रहा है
ऋषि अग्रवाल ने बताया कि मृतक महिला के परिजनों को दबाव डालकर धमकी दी जा रही है कि वे इस घटना को ज्यादा न उठाएँ। उन्होंने कहा एक तरफ परिवार सदमे में है, ऊपर से धमकियाँ देना मानवीय संवेदना खत्म होने और बर्बरता की पराकाष्ठा है।
केंद्र की अव्यवस्थाओं पर विधायक का सवाल
विधायक ने कहा कि वह स्वयं बुधवार रात बागेरी केंद्र पहुंचे, जहां मशीनें कम थीं, किसान परेशान थे, सर्वर डाउन का बहाना बनाया जा रहा था। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि शासन-प्रशासन कह रहा है कि खाद की कोई कमी नहीं है, तो किसान रात-रातभर लाइन में क्यों खड़े हैं? उनके साथ दुर्व्यवहार क्यों हो रहा है? और तीन दिन से लाइन में लगी महिला की मौत कैसे हो गई?
मौत की जिम्मेदारी तय हो- विधायक अग्रवाल
विधायक का कहना है कि यह सिर्फ अव्यवस्था नहीं बल्कि लापरवाही का परिणाम है, और इस मौत के जिम्मेदार को सामने लाकर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने जिला कलेक्टर और कृषि विभाग के अधिकारियों से स्पष्ट पूछा अगर खाद पर्याप्त है तो किसान की जान लाइन में लगकर क्यों गई?

