ब्राह्मण बेटियों पर बयान देकर बुरे फंसे IAS संतोष वर्मा! किसी ने उठाई गिरफ्तारी की मांग, किसी ने चरित्र को लेकर सुनाई खरी-खरी
Tuesday, Nov 25, 2025-01:51 PM (IST)
भोपाल (इजहार खान) : IAS संतोष वर्मा के ब्राह्मण बेटियों पर दिए बयान को लेकर मध्य प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। ऐसे में अधिकारी संतोष वर्मा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। उनके बयान पर भड़के संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्र शेखर तिवारी ने जमकर अपशब्द कहे। उन्होंने कहा कि वे आईएएस बनने के लायक नहीं है। हमारे यहां बहन बेटियां सम्मानजनक होती है।

चंद्र शेखर तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये आईएएस खुद लिवइन में रहा। खुद जेल होकर आया है। जो खुद चरित्रहीन है। उन्होंने कहा कि चाहे दलित की बेटियां ब्राह्मण समाज मे ब्याही हो या ब्राह्मण समाज की बेटियां यहां दलित के ब्याही हो । हर हाल में उनका सम्मान होता है। इसलिए संतोष वर्मा को अपने बयान के लिए माफ़ी मांगने चाहिए अन्यथा पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा। वहीं संस्कृति बचाओं मंच ने संतोष वर्मा मुर्दाबाद की नारेबाजी करते हुए माफी मांगने की बात कही।

सपाक्स पार्टी ने भी साधा निशाना
वहीं इस मामले में सपाक्स पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं सेवानिवृत्त आईएएस डॉ हीरालाल त्रिवेदी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि अजाक्स के नए बने अध्यक्ष आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के विवादास्पद बयान बेहद घटिया है। उन्होंने कहा कि जो अपनी बेटी और दूसरे की बेटी में फर्क करता हो। ऐसे व्यक्ति का सामाजिक तौर पर बहिष्कार होना चाहिए। अजाक्स हो, स्पाक्स हो या कोई भी वर्ग वाले हो ऐसे लोगों का बहिष्कार करना चाहिए। सरकार को भी ऐसे आदमी को निकालकर बाहर करना चाहिए। पुलिस को एफआईआर करना चाहिए और इसके गिरफ्तार करना चाहिए।

बता दें कि आरक्षण को लेकर अजाक्स के प्रांतीय अध्यक्ष आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के विवादित बयान प्रदेश और देश में सनसनी मचा दी है। संतोष वर्मा ने कहा है कि जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या संबंध नहीं बनाता तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। संतोष वर्मा के इस विवादित बयान से बवाल मच गया है।
IAS संतोष वर्मा ने दिया स्पष्टीकरण
वहीं दूसरी ओर संतोष वर्मा ने अपने बयान को लेकर कहा है कि उनके बयान को काटकर वायरल किया जा रहा है। पूरा बयान सुनेंगे तो मैंने कुछ गलत नहीं कहा है। संतोष वर्मा ने कहा है कि कुछ लोग कहते हैं कि कोई दलित परिवार से कोई IAS बन जाए तो फिर उस परिवार को आरक्षण नहीं मिलता चाहिए। लेकिन मैं कहता हूं कि मुझ जैसे कोई दलित के बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान करे या शादी करे तब आरक्षण खत्म होना चाहिए।

