सिंधिया की मौजूदगी में चले बयानों के तीर, किसान महिला की मौत पर BJP विधायक बोले- जवाब तो हम लेंगे..यहां नहीं तो विधानसभा में...

Thursday, Nov 27, 2025-09:32 PM (IST)

गुना (मिस्बाह नूर) : गुना जिले के बागेरी वितरण केंद्र के बाहर आदिवासी महिला किसान की तबियत बिगड़ने के बाद हुई मौत के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस मामले को लेकर गुना विधायक पन्नालाल शाक्य सिंगवासा क्षेत्र में आरओबी रेलवे ओवर ब्रिज के भूमिपूजन कार्यक्रम में आक्रामक और आक्रोशित नजर आए। उन्होंने सीधे जिला प्रशासन पर सवाल उठाए और गंभीर आरोप लगाए। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मामले में आदिवासी महिला किसान की मौत पर दुख व्यक्त किया।

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विधायक शाक्य ने मंच से अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए जवाब तलब किया। उन्होंने कहा कि हम जवाब लेंगे कि लम्बी-लम्बी लाइन क्यों लग रही है? क्या बात है बताओ न? आपकी व्यवस्था कैसी है? उन्होंने प्रशासन की कार्यशैली पर सीधा संदेह व्यक्त करते हुए पूछा, क्या महाराज साहब (ज्योतिरादित्य सिंधिया) को बदनाम करना चाहते हो? विधायक ने चेतावनी दी कि "रात भर वह महिला तड़पती रही, क्या कारण थी? साहब से जवाब लेंगे, नहीं दोगे तो विधानसभा में लेगें?

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दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस संकट को स्वीकारते हुए आपूर्ति की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने दावा किया कि अभी तक गुना जिले में 65 हजार मीट्रिक टन खाद पहुंचाया गया है, जिसमें से करीब 50 हजार मीट्रिक टन वितरित किया जा चुका है। सिंधिया ने स्पष्ट किया कि खाद की कमी नहीं होगी। वितरण प्रणाली की अव्यवस्था को देखते हुए सिंधिया ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 15 टोकन लगने वाले केंद्र और 7 डबल लॉक वितरण केंद्र हैं। उन्होंने कलेक्टर को आज ही आदेश दिए हैं कि शाम तक वितरण केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 33 की जाए और इसकी सूची भी शाम तक जारी हो जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि खाद की कमी नहीं है और कमी नहीं होने दी जाएगी। साथ ही, सिंधिया ने लोगों से ज्यादा खाद का उपयोग न करके प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा देने की बात कही।

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बता दें कि गुना में कुशेपुर गांव की भुरिया बाई, जो दो दिनों से लगातार खाद के लिए लाइन में खड़ी थीं, देर रात तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाई गईं, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों के अनुसार, भुरिया बाई दो दिनों से ठंड में खुले आसमान के नीचे लाइन में लगी हुई थीं। रात में वहीं आराम करते समय अचानक उल्टियां शुरू हुईं और हालत गंभीर हो गई। जिला अस्पताल में पहुंचने तक बहुत देर हो चुकी थी।


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meena

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