धर्म नहीं, रिश्तों ने निभाई रस्में.. मनिक जैन को मुस्लिम परिवार ने दी अंतिम विदाई, भाईचारे की अनोखी मिसाल
Monday, Sep 22, 2025-07:34 PM (IST)

भोपाल (इजहार हसन खान): तलैया क्षेत्र के धोबीघाट मेले के पास इंसानियत और भाईचारे की अनोखी मिसाल सामने आई है। मनिक जैन उर्फ मनोज का निधन हो गया। पिछले लगभग चार दशकों से वे शहीद मियां के परिवार के साथ रह रहे थे। शहीद मियां ने उन्हें अपने बेटे की तरह अपनाया था।
मनिक जैन अविवाहित थे और उनके माता-पिता का निधन पहले ही हो चुका था। उनका भाई गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। निधन के बाद भांजे और भतीजे अंतिम संस्कार में शामिल हुए, लेकिन सबसे खास बात यह रही कि जिस मुस्लिम परिवार ने उन्हें वर्षों तक सहारा दिया, उसी परिवार ने हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार परशुराम घाट पर उनका अंतिम संस्कार कराया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मनिक जैन और शहीद मियां के परिवार के बीच कभी भी धार्मिक दीवार नहीं आई। दोनों परिवारों के बीच हमेशा अपनापन और सम्मान बना रहा। यह घटना धर्म, जाति और मज़हब से ऊपर उठकर आपसी प्रेम, सौहार्द और मानवीयता की मिसाल बन गई है, जो समाज को एकता और भाईचारे का संदेश देती है।