IPS के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला, महिला बोली– कोई यौन उत्पीड़न नहीं हुआ! बहन औऱ जीजा ने भी आरोप को बताया गलत
Friday, Oct 24, 2025-08:55 PM (IST)
रायपुर: छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रतनलाल डांगी पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। सोशल मीडिया पर उस महिला का ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसने उन पर आरोप लगाए थे। वायरल ऑडियो में महिला यह कहते हुए सुनाई दे रही है कि “कोई यौन उत्पीड़न नहीं हुआ”। इस बीच, शिकायतकर्ता महिला की बहन और जीजा ने भी मीडिया के सामने आकर इन आरोपों को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि “हमारे पिता को भी पहले 376 के झूठे केस में फंसाया गया था, अब हमें एट्रोसिटी केस में फंसाया गया है।”
IPS डांगी बोले “मेरी छवि को खराब करने की साजिश”
IPS रतनलाल डांगी ने इस पूरे विवाद को बड़ी साजिश बताते हुए कहा है कि उनकी साफ-सुथरी छवि और संभावित उच्च पदस्थ नियुक्ति को निशाना बनाने के लिए यह साजिश रची गई है। उन्होंने डीजीपी अरुण देव गौतम को लिखे एक पत्र में पूरे घटनाक्रम का 14 बिंदुओं में विवरण दिया था। इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाने वाली महिला और कुछ अन्य अज्ञात व्यक्तियों पर ब्लैकमेलिंग, मानसिक प्रताड़ना और आपराधिक धमकी के गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या है मामला
दरअसल, एक सब इंस्पेक्टर की पत्नी ने 2003 बैच के IPS अधिकारी रतनलाल डांगी पर पिछले सात वर्षों से उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उसने अपने दावों के समर्थन में कुछ डिजिटल साक्ष्य भी प्रस्तुत किए थे। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह 2017 में डांगी के संपर्क में आई थी, जब वे कोरबा एसपी थे। बाद में दंतेवाड़ा और फिर राजनांदगांव में तैनाती के दौरान भी दोनों के बीच संपर्क बना रहा। पीड़िता का आरोप है कि सरगुजा आईजी और फिर बिलासपुर आईजी बनने के बाद डांगी ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया और अपनी पत्नी की गैर मौजूदगी में बंगले पर बुलाते थे।
जांच में जुटे वरिष्ठ अधिकारी
इस मामले की जांच की जिम्मेदारी 2001 बैच के आईपीएस डॉ. आनंद छाबड़ा और आईपीएस मिलना कुर्रे को सौंपी गई है। विभाग ने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि “चाहे कोई भी अधिकारी हो, अगर आरोप लगे हैं तो जांच होगी। और यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।”

